6 दिसंबर को होमगार्ड्स स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता करेंगे। होमगार्ड्स एवं सिविल डिफेंस के डिप्टी कमांडेंट जनरल अरविंद पाराशर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसकी घोषणा की। यह पहली बार है जब वार्षिक समारोह के लिए राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जा रहा है। यह उत्सव तीन दिनों तक चलेगा, जो 4 दिसंबर से शुरू होकर 6 दिसंबर को ऐतिहासिक रिज पर समाप्त होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य होमगार्ड्स का मनोबल बढ़ाना और उनके महत्वपूर्ण बचाव कार्यों को जनता के सामने लाना है।
इस कार्यक्रम में 13 मार्चिंग टुकड़ियाँ भाग लेंगी, जिनमें 12 पुरुष और एक महिला शामिल हैं, साथ ही राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ), नागरिक सुरक्षा और अग्निशमन विभाग के प्रतिभागी भी शामिल होंगे। ये टीमें युद्ध मार्च परेड करेंगी और जीवन रक्षक तकनीकों और संपत्ति संरक्षण विधियों का प्रदर्शन करते हुए पेशेवर प्रदर्शन करेंगी।
4 दिसंबर को 12 बटालियनों के कमांडर एक सम्मेलन के दौरान अपने वार्षिक रोडमैप प्रस्तुत करेंगे। 5 दिसंबर को अंतर-बटालियन बैंड प्रतियोगिता होगी, जिसमें पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह मुख्य अतिथि होंगे। बैंड पूरे राज्य में 12 निर्दिष्ट स्थानों पर प्रदर्शन भी करेंगे।
समारोह में आर्ट ऑफ लिविंग के सहयोग से ध्यान सत्र और होमगार्ड के लिए वित्तीय साक्षरता कार्यशालाएं भी शामिल होंगी। 6 दिसंबर को मुख्य कार्यक्रम के दौरान, सीएम सुखू सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल को पुरस्कार प्रदान करेंगे। समारोह के बाद, मॉक ड्रिल सहित एक महीने तक चलने वाला सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसका समापन 6 जनवरी को एसडीआरएफ स्थापना दिवस के साथ होगा।
पिछले एक दशक में होमगार्ड्स की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए पाराशर ने कहा कि उन्होंने 31,000 बचाव अभियान चलाए हैं, जिनमें 6,000 लोगों की जान बचाई गई है और 10,248 करोड़ रुपये की संपत्ति की रक्षा की गई है।