कोलकाता, 12 फरवरी । पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सीपीआई-एम विधायक निरापद सरदार को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने सरदार को लोगों को कानून अपने हाथ में लेने के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
निरापद सरदार को स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शिबू हाजरा की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में शिबू हाजरा की पोल्ट्री फार्म और फार्महाउस को स्थानीय लोगों ने जला दिया था।
शिबू हाजरा को फरार टीएमसी नेता शेख शाहजहां के करीबी विश्वासपात्र के रूप में जाना जाता है। शेख शाहजहां 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी और सीपीएएफ के जवानों पर हुए हमले का मास्टरमाइंड है।
सरदार के खिलाफ मुख्य आरोप यह है कि उन्होंने लाठियों और दरांती के साथ सड़कों पर उतरने के लिए स्थानीय महिलाओं को इकट्ठा करने में मुख्य भूमिका निभाई थी। बाद में शिबू हाजरा के पोल्ट्री फार्म और फार्महाउस पर हमले की साजिश रची।
हालांकि, निरापद सरदार ने आरोपों का जोरदार खंडन किया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जब हाजरा के पोल्ट्री फार्म और फार्महाउस में घटना हुई, तब वह एक अलग जगह पर पार्टी की बैठक में व्यस्त थे। गिरफ्तारी के बाद सरदार ने मीडियाकर्मियों से कहा, “मैं गुरुवार और शुक्रवार को इलाके में भी नहीं था, जब स्थानीय लोगों का आंदोलन शुरू हुआ।”
निरापद सरदार की गिरफ्तारी की खबर के बाद स्थानीय सीपीआई-एम समर्थक पार्टी के झंडों के साथ पुलिस स्टेशनों के सामने इकट्ठा हो गए और विरोध करना शुरू कर दिया।
संदेशखाली के एक बड़े इलाके में पहले ही धारा 144 लगा दी गई है। वहां इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने संदेशखाली की स्थिति पर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
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