दिल्ली में फर्जी पुलिस गैंग का पर्दाफाश हुआ है। एक खास ऑपरेशन के बाद दिल्ली पुलिस को सफलता मिल पाई और पूरे गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूर्वी जिला की स्पेशल स्टाफ टीम और लक्ष्मी नगर पुलिस थाने के स्टाफ ने पिछले 24 घंटे में इन सभी आरोपियों को पकड़ा। आरोपियों के पास से दो गाड़ियां, चोरी का नकद, लैपटॉप और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इन आरोपियों ने लक्ष्मी नगर इलाके में फर्जी स्पेशल स्टाफ यूनिट के रूप में एक बीमा पॉलिसी के दफ्तर पर छापा मारकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
27 जुलाई को शास्त्री पार्क के रहने वाले व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत दी थी, जिसमें बताया गया कि चार व्यक्ति स्पेशल स्टाफ यूनिट के पुलिसकर्मी बनकर उसके कार्यालय में जबरन घुसे। उन्होंने मोबाइल फोन और लैपटॉप चोरी कर लिया। एक हुंडई वेन्यू कार में जबरदस्ती ले जाकर पीटा और डेढ़ लाख रुपये भी लिए, जिसमें 70 हजार रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कराए गए। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उसे नकली बीमा धोखाधड़ी केस में फंसाने की धमकी भी दी थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्वी जिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू की।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि एक स्पेशल स्टाफ टीम ने इस घटना की जांच शुरू की। स्थानीय इलाके के सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच के बाद सभी आरोपियों की पहचान की गई। तकनीकी सूचनाओं के आधार पर 28 जून की रात नोएडा लिंक रोड पर कार में सवार पांच फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद लक्ष्मी नगर और पूर्वी जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 3 अन्य आरोपियों को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से पकड़ा गया।
जांच के दौरान पता चला कि एक आरोपी, हन्नी कुमार पहले पीड़ित के यहां पर काम करता था और दो हफ्ते पहले ही उसने नौकरी छोड़ी थी। आरोप है कि व्यक्तिगत द्वेष के चलते हन्नी कुमार ने सनी शर्मा को पीड़ित के बारे में कंपनी के अंदर की जानकारियां दीं। इसके बाद इन आरोपियों ने मिलकर चोरी की योजना बनाई और उसे अंजाम तक पहुंचाया। आरोपी पुलिसकर्मी बनकर शिकार को डराकर उसकी संपत्ति और पैसे हथिया रहे थे। फिलहाल पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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