कानपुर, 27 फरवरी। उत्तर प्रदेश के कानपुर में साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर में अदाणी समूह के एम्युनिशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
इस दौरान अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करण अदाणी ने बताया कि मात्र 15 महीने में 500 एकड़ में बनकर तैयार अदाणी समूह का ये उत्पादन कॉम्प्लेक्स दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एम्युनिशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स है। इसकी क्षमता प्रतिवर्ष 150 मिलियन राउंड एम्युनिशन उत्पादन की है। यहां राइफल, लाइट मशीन गन (एलएमजी), एके-47 और कार्बाइन की गोलियां बनेंगी। इसके बाद अगले चरण में आर्टिलरी गन, गोला-बारूद, तोप और हैंड ग्रेनेड समेत सेना के जवानों के लिए अलग-अलग तरह के अस्त्र-शस्त्र व सुविधाओं संबंधित उत्पाद निर्मित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि 15 सौ करोड़ से शुरू हुआ ये प्रोजेक्ट अगले पांच साल में 3 हजार करोड़ का विस्तार प्राप्त करेगा। इससे 4 हजार लोगों को जहां सीधे-सीधे रोजगार प्राप्त होगा, वहीं इससे पांच गुना ज्यादा अप्रत्यक्ष रोजगार भी ये कॉम्प्लेक्स सृजित करेगा। साथ ही साथ ये कॉम्प्लेक्स अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सोलर पावर और वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा।
करण अदाणी ने कहा, “यह फैक्ट्री साउथ एशिया का सबसे बड़ा हब है। हम लोग पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहे हैं। यह सफर बिना यूपी सरकार के पूरा नहीं हो सकता है। यूपी सरकार की गुड गवर्नेंस की नीति और परदर्शिता के कारण सिर्फ 15 माह में यह फैक्ट्री तैयार हो गई है।”
अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के सीईओ आशीष राजवंशी ने कहा कि अस्त्र शस्त्र और मिसाइल परिसरों की स्थापना आत्मनिर्भरता की हमारी खोज को संपूर्ण बनाती है। यह 3,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश है, ऐसे में इसका प्रभाव रक्षा क्षेत्र से कहीं आगे तक फैला हुआ है। इससे 4,000 से अधिक रोजगार, जिससे एमएसएमई पर पांच गुना अधिक प्रभाव पड़ेगा। स्थानीय इकोसिस्टम को इससे अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अदाणी ग्रुप द्वारा प्लांट्स की घोषणा के दो वर्षों से भी कम समय में आयुध कॉम्प्लेक्स का संचालन शुरू हो गया है।
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