दुर्घटना पीड़ितों की सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. प्रवीण चौधरी ने मंगलवार को घोषणा की कि दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को 1.5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। डॉ. चौधरी ने यह बयान सीएमओ कार्यालय में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिया, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी कल्याणकारी योजनाओं को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।
आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पताल में भर्ती दुर्घटना पीड़ितों को सात दिनों की अवधि के लिए 1,50,000 रुपये तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। खास बात यह है कि इस लाभ का लाभ उठाने के लिए दुर्घटना की सूचना तुरंत घटनास्थल से पुलिस को देना अनिवार्य है। डॉ. चौधरी ने बताया कि घायल व्यक्तियों को एक आईडी जारी की जाएगी, जिससे वे ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण कर सकेंगे। यह सुविधा आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में उपलब्ध होगी।
सीएमओ ने “नई दिशा” योजना पर भी प्रकाश डाला, जो ड्रग टेस्टिंग किट प्रदान करती है। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों से इन किटों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने का आग्रह किया ताकि नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों की पहचान की जा सके, समय पर परामर्श और हस्तक्षेप संभव हो सके। इसके अलावा, डॉ. चौधरी ने स्वास्थ्य संबंधी उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण करने के महत्व पर जोर दिया ताकि आवश्यक सुधारात्मक कदम तुरंत उठाए जा सकें और यह सुनिश्चित किया जा सके कि विभिन्न कार्यक्रमों के तहत आवंटित धन का समय पर उपयोग किया जाए।
बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनील वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राकेश ठाकुर सहित सभी खंड चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षक, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक और खंड कार्यक्रम प्रबंधक सहित प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।