N1Live National वर्तमान वैश्विक व्यवस्था में गांधीवादी दर्शन अधिक प्रासंगिक हो गया है : लोकसभा अध्यक्ष
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वर्तमान वैश्विक व्यवस्था में गांधीवादी दर्शन अधिक प्रासंगिक हो गया है : लोकसभा अध्यक्ष

Gandhian philosophy has become more relevant in the current global system: Lok Sabha Speaker

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर बुधवार को संसद भवन में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संविधान सदन (पुराने संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के अलावा कई वर्तमान एवं पूर्व सांसदों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की।

इससे पहले, लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने राजघाट पर महात्मा गांधी और विजय घाट पर लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए। गांधी जयंती के अवसर पर, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में प्रेरणा स्थल पर स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया। लोकसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह और लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में स्वच्छता अभियान में भाग लिया।

बिरला ने संसद भवन परिसर में प्रेरणा स्थल पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बिरला ने सेंट्रल हॉल में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों को संबोधित भी किया। संसद भवन में छात्रों का स्वागत करते हुए और उनके भाषणों की सराहना करते हुए बिरला ने कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जीवन हम सभी को निस्वार्थ भाव से देश सेवा के लिए स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में सत्य, अहिंसा और नैतिकता के सिद्धांतों के साथ स्वतंत्रता के लिए किए गए जन आंदोलन से न केवल भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, बल्कि इन्हीं सिद्धांतों से अन्य देशों को भी शांति और विकास की दिशा में मार्गदर्शन और प्रेरणा मिलती रही है।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया में गांधीवादी आदर्श और सिद्धांत अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। उनके द्वारा दिखाए गए आध्यात्मिकता और आत्मनिर्भरता के मार्ग भारत को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने में हमारा मार्गदर्शन करेगा। उन्होंने छात्रों से स्वच्छता और सतत विकास को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया।

उन्होंने छात्रों से निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने के लिए गांधीवादी शिक्षाओं और दर्शन को अपनाने और अपने जीवन में उनका पालन करने का आग्रह भी किया। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर कई कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी दोनों नेताओं को याद करते हुए नमन किया।

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