बेंगलुरु, 18 सितंबर । गणेश चतुर्थी सोमवार को पूरे कर्नाटक में धूमधाम से मनाई जा रही है। यह महोत्सव 10 दिनों तक चलेगा।
बेंगलुरु, तटीय क्षेत्र और उत्तर व दक्षिण कर्नाटक समेत पूरे देश में विशाल गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने की तैयारी है।
इस वर्ष यह त्योहार बहुत उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, क्योंकि पिछले वर्षों के दौरान कोविड महामारी की छाया के कारण उत्सव फीका पड़ गया था।
दक्षिण कर्नाटक में, लोग सुबह-सुबह पूजा करने के लिए चींटियों की पहाड़ियों पर एकत्र हुए।
मुसलमानों ने एक नेक कदम उठाते हुए बेलगावी शहर में ईद-मिलाद त्योहार के जुलूस को स्थगित करने का फैसला किया है। हिंदू समुदाय ने 28 सितंबर को गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने का फैसला किया है और ईद का जुलूस भी 28 सितंबर को निकाला जाना था।
बेलगावी में 119 साल से गणेश उत्सव मनाया जाता है और यह जुलूस ऐतिहासिक है। चूंकि ईद-मिलाद के दौरान मुसलमान भी जुलूस निकालते हैं, इसलिए पुलिस विभाग को कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
धार्मिक निकाय अंजुमन-ए-इस्लाम और मुस्लिम धार्मिक प्रमुखों ने एक बैठक की है और 1 अक्टूबर को ईद-मिलाद का जुलूस आयोजित करने का निर्णय लिया है। मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने कहा है कि वे गणेश उत्सव और जुलूस में भाग लेंगे और वे ईद-मिलाद में हिंदुओं को भी आमंत्रित करेंगे।
बेलगावी उत्तर कांग्रेस विधायक राजू सैत ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के इस कदम से समाज में सद्भाव पैदा होगा। गणेश मंडली के आयोजक विकास कालाघाटगी ने मुस्लिम समुदाय के फैसले को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, हिंदू और मुस्लिम दोनों गणेश चतुर्थी और ईद-मिलाद त्योहार मनाएंगे।