पंजाबी सांस्कृतिक खेल गतका को लेकर एक खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि गतका को पंजाबी सांस्कृतिक खेलों में नियमित रूप से शामिल किया गया है।
इसके साथ ही बताया गया है कि अगले वर्ष मास्को में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पायथियन खेलों में विभिन्न देशों की गतका टीमों के बीच प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
यह बात पाइथियन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन एवं पाइथियन गेम्स के संस्थापक बिजेंद्र गोयल ने नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में चल रही तीन दिवसीय 12वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप के दूसरे दिन के उद्घाटन अवसर पर कही।
गतका की इन राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिताओं के अवसर पर गोयल ने इस विरासती खेल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए विश्व गतका फेडरेशन और एशियाई गतका फेडरेशन सहित राष्ट्रीय गतका एसोसिएशन को हर प्रकार का सहयोग देने का वादा किया है। इस अवसर पर पाइथियन काउंसिल के अध्यक्ष श्री शतनु अग्रहरि ने भी संबोधित किया और दर्शकों को पाइथियन खेलों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि गतका देश के प्रमुख खेलों में शामिल होने तथा आत्मरक्षा के लिए एक अच्छा खेल होने के कारण इस विरासती खेल का भविष्य बहुत उज्ज्वल है, इसलिए लड़के-लड़कियों को यह खेल सीखना चाहिए तथा इससे अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार भी वितरित किए।
एशियन गतका फेडरेशन के अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट डॉ. तेजिंदरपाल सिंह नलवा, नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनजीएआई) के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल और कार्यकारी अध्यक्ष सुखचैन सिंह कलसानी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों, खेलो इंडिया यूथ गेम्स, राष्ट्रीय खेलों, राष्ट्रीय स्कूल खेलों और अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय खेलों के बाद गतका को पायथियन खेलों में शामिल करना एक बड़ी उपलब्धि है।
इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह, मलकीत सिंह, जसवंत सिंह खालसा, छत्तीसगढ़ से कल्पना स्वामी, तेलंगाना से विशाल सिंह, महाराष्ट्र से पांडुरंग अंबुरे, मध्य प्रदेश से परमजीत सिंह, झारखंड से प्रिंस मिश्रा, आंध्र प्रदेश से सुरिंदर रेड्डी, दिल्ली से गुरुमीत सिंह राणा और अंगद सिंह मौजूद रहे।