सिरसा जिले में गुरुवार सुबह 8 बजे से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। घग्गर और स्थानीय नाले उफान पर हैं, जिससे पानी घरों, सड़कों और खेतों में घुस गया है।
लगातार पाँच घंटे की बारिश के बाद घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इसके चलते अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से जिले के सभी स्कूलों को 6 सितंबर तक बंद कर दिया है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने सिंचाई और अन्य विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है और स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।
सुबह-सुबह ढाणी सुखचैन गाँव के पास घग्गर नदी के तटबंध में दरार आ गई, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। पानी तेज़ी से खेतों में घुसने लगा। ग्रामीण मिट्टी की बोरियाँ लेकर दरारों को भरने के लिए इकट्ठा हो गए और बारिश में घंटों मशक्कत करते रहे ताकि दरार को रोका जा सके। हालाँकि स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन लगभग 20 एकड़ फसलें पानी में डूब चुकी हैं।
मल्लेवाला, नेजादला कलां और फरवाही समेत कई गाँव ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जहाँ तटबंधों को टूटने से बचाने के लिए बार-बार मरम्मत की जा रही है। पंजाब और हरियाणा से बढ़ता पानी तेज़ी से सिरसा की ओर बह रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है।
भारी बारिश के कारण सिरसा शहर के बेगू रोड, गोल डिग्गी चौक, हिसारिया बाज़ार, नोहरिया बाज़ार, रानिया रोड आदि कई इलाकों में जलभराव हो गया है। गलियाँ दो से ढाई फुट पानी में डूबी हुई हैं, जिससे आवागमन मुश्किल हो रहा है। दोपहिया वाहन या तो खराब हो गए हैं या पानी में फंस गए हैं, और कई दुकानदार पानी भरने के कारण अपनी दुकानें नहीं खोल पा रहे हैं।
Leave feedback about this