सिरसा, 25 जून सिरसा और फतेहाबाद क्षेत्र में घग्गर नदी बारिश की कमी के कारण सूखने लगी है, जिससे किसान चिंतित हैं।
निवारक उपाय शुरू किए गए पिछले साल घग्गर नदी में आई बाढ़ के कारण कई गांवों में फसलों और संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा था, जिसके बाद सिंचाई विभाग ने बाढ़ से बचाव के उपायों पर काम करना शुरू कर दिया है। विभाग ने ओटू बैराज के सभी गेटों की मरम्मत शुरू कर दी है। ओटू झील से जलकुंभी हटाने का काम शुरू हो गया है और ओटू हेड से निकलने वाली नहरों की सफाई भी शुरू हो गई है। इसके अलावा विभाग ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत नहरों की सफाई का काम भी शुरू कर दिया है।
वर्तमान में नदी में पानी का प्रवाह रुक गया है, जिससे कई ट्यूबवेल बेकार हो गए हैं। कई किसान नदी के पानी से अपनी फसलों की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल और पंप का उपयोग करते हैं। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में अपर्याप्त वर्षा के कारण, नदी का प्रवाह हाल के दिनों में कम हो गया है, जिससे यह सूख गई है।
परिणामस्वरूप, कई नलकूप काम नहीं कर रहे हैं और धान की खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले नलकूप किसानों के लिए चिंता का विषय बन रहे हैं।
किसान सतनाम सिंह, भूषण कुमार, देवराज, मंगत, विकास और झंडा राम ने बताया कि कई छोटे किसान अपनी फसलों की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल पर निर्भर हैं। लेकिन नदी के सूख जाने के कारण कई ट्यूबवेल काम करना बंद कर चुके हैं और कई बंद होने के कगार पर हैं।