तख्त श्री केसगढ़ साहिब के नवनियुक्त जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने आज तख्त साहिब के पंज प्यारे साहिबानों की मौजूदगी में जत्थेदार का पदभार ग्रहण किया। ज्ञानी कुलदीप सिंह जी सुबह तख्त श्री केशगढ़ साहिब पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने तख्त साहिब में माथा टेका।
आपको बता दें कि ज्ञानी हरपर्ती सिंह ने इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर कहा कि तख्त श्री केसगढ़ साहिब में न तो ग्रंथ और न ही पंथ मौजूद था और पगड़ी बंधी हुई थी।
उन्होंने आगे कहा कि भगोड़ों की फांसी की इच्छा मुझ पर चिल्लाती थी और कहती थी कि उसने शालीनता का उल्लंघन किया है। सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह जी पर भी नियमों के अनुरूप कार्य न करने का आरोप लगाया गया।
अब, आज कौन सा शिष्टाचार अपनाया गया है? न तो सचिखंड श्री हरमंदिर साहिब श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी या ग्रंथी सिंह साहिब मौजूद हैं, न ही श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी साहिब मौजूद हैं, न ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष या वरिष्ठ उपाध्यक्ष मौजूद हैं, न ही सदस्य मौजूद हैं, न ही अन्य तख्त साहिबों के जत्थेदार साहिब या हेड ग्रंथी साहिब मौजूद हैं, और पगड़ी बंधी हुई है।
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