महारानी किशोरी जाट कन्या महाविद्यालय में सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर के छठे दिन छात्राओं को पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, जल जनित बीमारियों की रोकथाम तथा रक्तदान के महत्व जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई।
नहर के पानी को स्वच्छ रखने के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए काम कर रहे सामाजिक संगठन ‘सुनो नहरों की पुकार’ मिशन की एक टीम ने यहां मायना गांव में शिविर का दौरा किया, जहां उनका स्वागत एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सविता मलिक और डॉ. सोफिया ने किया।
टीम में मुख्य संरक्षक डॉ. जसमेर सिंह, संरक्षक दीपक छारा, महासचिव मुकेश नैनकवाल, सचिव रक्तवीर अजय हुड्डा शामिल थे। डॉ. जसमेर ने छात्राओं से जल संरक्षण करने तथा नहरों व नदियों को प्रदूषित न करने का आह्वान किया।
पर्यावरणविद दीपक छारा ने “लाडो सुनो पेड़ लगाना” गीत के माध्यम से एक प्रभावशाली संदेश दिया, जिसमें पेड़ लगाने के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने जीवन को बनाए रखने में पेड़ों, स्वच्छ हवा और पानी की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया।
स्वास्थ्य कार्यकर्ता और साइकिल चालक मुकेश नैनकवाल ने छात्रों को जल जनित बीमारियों के बारे में जानकारी दी और अपने और दूसरों के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों
अजय हुड्डा ने रक्तदान जैसे धर्मार्थ कार्यों में लड़कियों की कम भागीदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को स्वस्थ आहार अपनाकर अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
सत्र का समापन सभी छात्राओं द्वारा जल संरक्षण की शपथ लेने तथा यह सुनिश्चित करने के साथ हुआ कि नहरों और नदियों में कोई हानिकारक पदार्थ न छोड़ा जाए।