मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कहा कि जनजातीय क्षेत्र काजा में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और उसे बेहतर बनाने के लिए 2 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए लगन से काम करने वाले बिजली बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 मेगावाट की बैटरी स्टोरेज प्रणाली के साथ यह संयंत्र कुछ ही महीनों में पूरी तरह से चालू हो जाएगा।
सुखू ने कहा कि सरकार हिमाचल को ‘हरित राज्य’ बनाने के लिए सौर ऊर्जा के अधिकतम उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, मांग के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “सरकार ने बिजली बोर्ड कार्यालयों के पास खाली पड़ी जमीन पर 18 मेगावाट के ग्राउंड-माउंटेड और रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने को मंजूरी दी है।”
इसके अलावा राज्य सरकार 2026-27 तक राज्य भर में 50,000 घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाने पर भी काम कर रही है। अब तक इस योजना के लिए 4,444 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
सुखू ने कहा कि राज्य सरकार संसाधनों के समुचित उपयोग के जरिए राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, “इन उपायों में बिजली सब्सिडी और कर्मचारियों को तर्कसंगत बनाना शामिल है।” इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली बोर्ड द्वारा हस्ताक्षरित बिजली परियोजना समझौतों की समीक्षा की जा रही है और उच्च ब्याज दरों पर लिए गए ऋणों का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “इससे बोर्ड को कम ब्याज दरों पर ऋण चुकाने और अप
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