मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि राज्य सरकार करुणामूलक रोजगार के लिए नई नीति बनाने पर विचार कर रही है।
सुक्खू ने यहां एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार उन लोगों को रोजगार देने के लिए उदार और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपना रही है जिनके परिवार के सदस्य सेवा के दौरान मर गए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवेदकों का विभागवार विवरण संकलित करके प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भी शामिल हुए।
सुखू ने कहा कि सरकार सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लेगी ताकि अधिकतम आवेदकों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधवाओं और अनाथों को अनुकंपा के आधार पर रोजगार प्रदान करने में प्राथमिकता देकर आश्रितों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा, “अपनी पहली कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दिया था ताकि वे सेवानिवृत्ति के बाद सम्मानजनक जीवन जी सकें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में सभी कर्मचारियों और पेंशनरों को 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता भी जारी किया है।