January 16, 2025
Haryana

राज्यपाल: दिव्यांगों से संवाद करने के लिए सांकेतिक भाषा सीखें

Governor: Learn sign language to communicate with disabled people

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, जो वाणी एवं श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिए हरियाणा कल्याण सोसायटी के अध्यक्ष भी हैं, ने लोगों से सांकेतिक भाषा सीखने का आग्रह किया, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे वाणी एवं श्रवण बाधित व्यक्तियों के साथ संवाद करने में आसानी होगी और उन्हें समाज से अधिक जुड़ाव महसूस करने में मदद मिलेगी। उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर सांकेतिक भाषा की पढ़ाई को शामिल करने की भी वकालत की।

राज्यपाल शहर में माता प्रकाश कौर वाणी एवं श्रवण बाधित कल्याण केन्द्र में बाल दिवस मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसका आयोजन हरियाणा वाणी एवं श्रवण बाधित कल्याण सोसायटी द्वारा किया गया था।

उपायुक्त उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया, हरियाणा वाणी एवं श्रवण बाधित व्यक्ति कल्याण सोसायटी की उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष मेघा भंडारी, पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष बृज गुप्ता व अन्य ने करनाल में राज्यपाल का स्वागत किया।

दत्तात्रेय ने वाणी और श्रवण बाधित विद्यार्थियों से भी बातचीत की, उनकी चिंताओं को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने उपायुक्त और सोसायटी के उपाध्यक्ष और अध्यक्ष को सोसायटी द्वारा संचालित करनाल केंद्र में बच्चों के लिए एक शैक्षणिक यात्रा आयोजित करने का निर्देश दिया।

राज्यपाल ने केंद्र में 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित नए सम्मेलन कक्ष का भी उद्घाटन किया। उन्होंने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और बच्चों के प्रति नेहरू के गहरे लगाव को रेखांकित किया तथा सभी को बच्चों के प्रति इसी तरह की करुणा विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

राज्यपाल ने ऐसे बच्चों को शिक्षित करने में उनके समर्पण के लिए केंद्र के शिक्षकों की प्रशंसा की, उपस्थित लोगों को याद दिलाया कि वाणी और श्रवण बाधित व्यक्ति समाज के अभिन्न अंग हैं, जिन्हें सम्मान और समावेश का हक है। अपनी खुद की राजनीतिक यात्रा पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसे व्यक्तियों के अधिकारों की वकालत की है।

दत्तात्रेय ने गुड़गांव केंद्र की सांकेतिक भाषा प्रयोगशाला की सराहना की और सांकेतिक भाषा को औपचारिक विषय के रूप में बढ़ावा देने तथा सभी को इसे सीखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने ऐसे छात्रों से आधुनिक तकनीक से जुड़े रहने तथा अपने कौशल को बढ़ाने का भी आग्रह किया, उम्मीद है कि वे अंततः आत्मनिर्भर बनेंगे तथा दूसरों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे। राज्यपाल ने करनाल केंद्र में डिजिटल प्रयोगशाला की प्रशंसा की तथा छात्रों को दुनिया से जोड़ने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने हाल ही में हुए पैरालंपिक खेलों में हरियाणा की सफलता पर गर्व व्यक्त किया, जहां राज्य के एथलीटों ने नौ में से चार पदक जीते तथा वाणी तथा श्रवण बाधित छात्रों को खेल तथा ललित कला और शिल्प जैसे अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया, उनके प्रश्नों के उत्तर दिए और उनकी मांगों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने विद्यार्थियों से पढ़ाई और आवास से जुड़ी चुनौतियों पर भी चर्चा की।

उत्तम सिंह ने बताया कि 14 नवंबर 1987 को मात्र नौ छात्रों के साथ शुरू किया गया करनाल केंद्र अब लगभग 200 छात्रों को सेवा प्रदान कर रहा है और 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए 100 प्रतिशत उत्तीर्ण दर हासिल की है। केंद्र छात्रावास की सुविधा, सांकेतिक भाषा प्रयोगशाला, कक्षाएँ और स्टाफ क्वार्टर प्रदान करता है, नियमित रूप से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए गतिविधियाँ आयोजित करता है और केंद्र के दानदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करता है।

मेघा भंडारी ने सोसायटी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और शिक्षा तथा अन्य गतिविधियों में ऐसे बच्चों की निरंतर प्रगति पर जोर दिया। उन्होंने खेलों में उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिससे राज्य को गौरव मिला। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि राज्यपाल के मार्गदर्शन में सोसायटी इन बच्चों की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करेगी।

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