शिमला, 7 अगस्त राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज चेतावनी दी कि पिछले दो वर्षों में राज्य में बढ़ी प्राकृतिक आपदाएं प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का परिणाम हैं। शुक्ला आज यहां अन्नाडेल के निकट ग्लेन में हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस सोसायटी और वन विभाग द्वारा आयोजित पौधारोपण अभियान में बोल रहे थे।
देवदार का पौधा रोपकर उन्होंने वन संरक्षण के लिए तत्काल कदम उठाने का स्पष्ट संदेश दिया। अभियान के तहत 250 पौधे रोपे गए और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के जूनियर रेड क्रॉस स्वयंसेवकों ने इसमें सहयोग किया।
उन्होंने कहा, “हम सभी को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है और इस तरह के वृक्षारोपण अभियानों के माध्यम से हम हरित आवरण को बढ़ाकर अपने पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी को पौधे लगाने चाहिए, लेकिन उन्हें संरक्षित भी करना चाहिए। शुक्ला ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2024 तक 80 करोड़ और मार्च 2025 तक 1.4 अरब पेड़ लगाने के लक्ष्य के साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान शुरू किया है। इसके लिए सरकार और समाज के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि हर व्यक्ति इस अभियान का हिस्सा बने और कम से कम एक पौधा लगाए। ऐसी योजनाएं समाज को प्रेरणा देती हैं।”
सरकार ने पर्यावरण संरक्षण योजना के तहत वृक्षारोपण के लिए वन विभाग को 150 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया है।
उन्होंने कहा कि इस आवंटन का उद्देश्य राज्य में हरित क्षेत्र का विस्तार करना तथा पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष वन विभाग ने राज्य में 9,000 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, जिला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी तथा राज्य रेडक्रॉस के स्वयंसेवक उपस्थित थे।