देश में हल्दी के नए उत्पादों के विकास और रिसर्च के लिए सरकार ने मंगलवार को नेशनल हल्दी बोर्ड लॉन्च किया है। यह बोर्ड हल्दी की खेती से जुड़े किसानों के कल्याण और अच्छी वैराएटी एवं निर्यात पर ध्यान केंद्रित करेगा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय राजधानी में बोर्ड का उद्घाटन किया और पल्ले गंगा रेड्डी को इसका अध्यक्ष घोषित किया। बोर्ड का मुख्यालय तेलंगाना के निजामाबाद में स्थापित किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बोर्ड महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय और अन्य सहित 20 राज्यों में फैले हल्दी किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान देगा।”
वैश्विक हल्दी व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 62 प्रतिशत से अधिक है। वर्ष 2023-24 के दौरान 226.5 मिलियन डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया।केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा, “आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हल्दी उत्पादन बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं और हल्दी बोर्ड के गठन से देश में हल्दी उत्पादकों की आय में वृद्धि होगी।”
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि, निर्यातकों और उत्पादकों के निकायों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।बोर्ड हल्दी के आवश्यक एवं औषधीय गुणों के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसकी उपज बढ़ाने के तरीकों और नए बाजारों में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन को बढ़ावा देने पर भी विचार करेगा।
इसके अतिरिक्त, बोर्ड हल्दी उत्पादन और निर्यात की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को भी सुनिश्चित करेगा। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत में 3.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई थी और इस दौरान उत्पादन 10.74 लाख टन रहा था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वैश्विक हल्दी उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत से अधिक है और यहां हल्दी की 30 किस्में उत्पादित की जाती हैं।
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