राज्य में नगर निगम चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। एआईसीसी सचिव और राज्य मामलों के सह-प्रभारी प्रफुल्ल विनोदराव गुडाधे ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ चुनावी लड़ाई के लिए कमर कसने का आह्वान किया। चुनाव 2 मार्च को होंगे और नतीजे 12 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
करनाल नगर निगम में मेयर और पार्षदों के लिए चुनाव होने हैं, जबकि इंद्री और नीलोखेड़ी नगर निगम में चेयरमैन और पार्षदों के लिए चुनाव होने हैं और असंध नगर निगम में चेयरमैन के लिए उपचुनाव होना है। भाजपा की तरह कांग्रेस ने भी नगर निगम चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने सोमवार से टिकट चाहने वालों से आवेदन आमंत्रित किए हैं और महापौर तथा 20 वार्डों के पार्षद पद के लिए कुछ उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
गुडाधे ने कहा, “पार्टी ने नगर निगम चुनाव पार्टी चिन्ह पर लड़ने का फैसला किया है। पार्टी उम्मीदवार उतारेगी और जीतेगी।” करनाल में नामांकन दाखिल करने के पहले दिन अपेक्षा से कम कार्यकर्ता नामांकन दाखिल करने पहुंचे।
मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए गुडाधे ने कहा कि यह तो पहला दिन है और उम्मीदवारों के पास अभी भी नामांकन दाखिल करने के लिए दो दिन हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगे आकर नामांकन दाखिल करने का आग्रह किया। हालांकि, कम मतदान ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी को उजागर किया।
गुडाधे से जब हरियाणा, महाराष्ट्र और अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार हार के कारण उत्साह में कमी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “मौजूदा हालात में कुछ कार्यकर्ता हतोत्साहित महसूस कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमेशा जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ी है और आगे भी लड़ते रहेंगे।”
गुडधे ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी सत्ता के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा के लिए बनी है और पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि उसके कार्यकर्ता मजबूत और प्रेरित रहें।
पार्टी में गुटबाजी के बारे में पूछे जाने पर गुडाधे ने मीडिया पर आंतरिक मुद्दों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मीडिया ऐसे मामलों को तूल देने में लगा रहता है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समन्वय और एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा। भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सभी को अपनी बात कहने की छूट दी, जबकि भाजपा में केवल एक व्यक्ति की बात मायने रखती है।