अयोध्या, 2 मार्च गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन पूजन किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने अयोध्या में गुजरात यात्री भवन के लिए इस वर्ष के बजट में 10 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या राम मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि राम मंदिर के दर्शन को आने वाले राज्य के श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई भूमि पर गुजरात यात्री भवन के निर्माण के लिए इस वर्ष गुजरात सरकार ने बजट में 10 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।
उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन को आने वाले समग्र गुजरात के यात्रियों को सरलता से निवास सुविधा प्रदान करने के लिए यात्री भवन का निर्माण होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में प्राचीन पावन नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम की मूर्ति की अलौकिक प्राण प्रतिष्ठा देश में नए कालचक्र के उद्भव का उद्घोष है। यह मंदिर आने वाले हजारों वर्षों में रामराज्य की स्थापना के संकल्प के साथ भारत की दृष्टि, दर्शन एवं दिग्दर्शन का मंदिर बना है। सच्चे अर्थ में यह मंदिर राष्ट्र की चेतना एवं राष्ट्र के नवजागरण का मंदिर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्री राम के दर्शन कर भगवान से प्रार्थना की है कि गुजरात सहित सभी देशवासियों का स्वास्थ्य सुखमय रहे तथा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विकास की जो नई ऊंचाइयां लगातार पार कर रहा है, वह विकास यात्रा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आने वाले दिनों में भी प्रभु श्री राम की कृपा से और आगे बढ़ती रहे। प्रत्येक हिन्दू का संकल्प था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होना ही चाहिए। प्रभु श्री रामजी की कृपा से ऐसे ऐतिहासिक मंदिर का भूमिपूजन तथा प्राण प्रतिष्ठा दोनों पवित्र कार्य करने का सौभाग्य प्रधानमंत्री मोदी को प्राप्त हुआ है।
पटेल ने कहा कि वर्ष 2019 में उच्चतम न्यायालय ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय देकर मंदिर निर्माण को लेकर शताब्दियों से चले आ रहे विघ्न दूर कर दिए और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन कर तीव्र गति से मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया, जिसके फलस्वरूप इस वर्ष 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई है।
उन्होंने 22 जनवरी के दिन को प्रत्येक भारतीय तथा दुनियाभर में बसने वाले रामभक्तों के लिए एक पवित्र अवसर बताया और कहा कि अनेक पीढ़ियों द्वारा सैकड़ों वर्षों तक अपने हृदय में संजोया गया संकल्प प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऐसे समय सिद्ध हुआ है, जब भारत विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण तथा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को गुजरात एवं गुजरातियों के लिए विशेष और अत्यंत गौरवशाली अवसर बताते हुए कहा कि गुजरात के सपूत तथा यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के करकमलों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से यह मंदिर राष्ट्रीय चेतना एवं सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि का प्रतिबिंब बन गया है। गुजरात की ग्राम, तहसील, जिला पंचायतों, नगर पालिकाओं और महानगर पालिकाओं तथा गुजरात विधानसभा ने राम मंदिर निर्माण से भारत को विश्व गौरव दिलाने वाले प्रधानमंत्री मोदी को अभिनंदन देने वाला अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया है।
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