अरावली के खोरी खुर्द गांव में एक बार फिर औद्योगिक कचरे को जलाना शुरू हो गया है। पिछले साल भी राजस्थान के भिवाड़ी से रासायनिक कचरे के ड्रम लाकर हरियाणा के नूंह जिले के अंतर्गत आने वाले अरावली में जलाए गए थे।
हरियाणा सरकार ने तब कार्रवाई शुरू की थी और एनजीटी ने भी इस पर संज्ञान लिया था। ट्रिब्यून ने भी इस समस्या को उजागर किया था।
गांव से फिर से रासायनिक कचरा जलाने की खबरें आई हैं। निवासियों ने इस संबंध में पुलिस और प्रदूषण अधिकारियों से शिकायत की है। उन्होंने बताया कि कैसे आधी रात के बाद केमिकल से भरे ड्रम लाकर इलाके में आग लगा दी जाती है।
स्थानीय निवासी उस्मान ने कहा, “हमारे गांव से करीब एक साल तक दूर रहने के बाद ‘कचरा माफिया’ वापस आ गया है और उसने औद्योगिक प्रदूषक जलाना शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों से कृषि और वन भूमि पर अवैध रूप से रसायन जलाए जा रहे हैं और हवा धुएं से भरी हुई है। ग्रामीणों का जीवन फिर से खतरे में है। हम एक स्थायी समाधान चाहते हैं।”
सूत्रों ने दावा किया कि ‘माफिया सदस्यों’ ने कचरा जलाने के लिए अवैध भट्टियां स्थापित करने हेतु जंगल में स्थानीय लोगों से खेत किराए पर लिए थे। ग्रामीणों ने उपायुक्त से शिकायत की है, जिन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बात करते हुए क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी विपिन कुमार ने कहा कि उन्हें शिकायतें मिली हैं और वे इस पर कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारी टीम और पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया, लेकिन कोई बड़ा सबूत नहीं मिल सका। हम रात में छापेमारी करेंगे। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।”
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि उन्होंने अवैध रूप से जलाए जाने का वीडियो बनाया है और इसे अपनी शिकायत के साथ प्रस्तुत किया है। उस्मान ने कहा, “हमने उन्हें वीडियो दिए हैं। उन्हें छापेमारी करनी चाहिए थी। गांव में बदबू और जले हुए रसायनों के धुएं का जमावड़ा है।”
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