हमीरपुर, 21 मार्च यहां जिला कांग्रेस कमेटी ने पार्टी विरोधी और सरकार विरोधी गतिविधियों में बीसीसी नेताओं की कथित संलिप्तता के लिए सुजानपुर की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को तुरंत भंग करने की हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) से सिफारिश की थी।
गौरतलब है कि बीसीसी का विघटन सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के निष्कासित कांग्रेस विधायक और बागी नेता राजिंदर राणा के लिए बड़ा झटका होगा, क्योंकि बीसीसी के अधिकांश पदाधिकारी राणा के समर्थक थे। डीसीसी ने एचपीसीसी से डीसीसी में राणा के वफादारों को निष्कासित करने का भी अनुरोध किया था।
विशेष रूप से, डीसीसी ने मीडिया में कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कामकाज का खंडन करने वाले राणा के वफादारों के बयानों पर संज्ञान लिया था। उन्होंने यह भी कहा कि सुजानपुर में विकास पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और वीरभद्र सिंह के कारण हुआ और आरोप लगाया कि सुक्खू ने निर्वाचन क्षेत्र की अनदेखी की।
डीसीसी के अध्यक्ष सुमन भारती ने कहा कि सुजानपुर बीसीसी को भंग करने की सिफारिश दो दिन पहले एचपीसीसी के अध्यक्ष को भेजी गई थी और एचपीसीसी के अगले निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीसीसी के सभी सदस्य पार्टी मंच का दुरुपयोग पार्टी के खिलाफ ही कर रहे हैं।