रिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले के बड़ा मुद्दा बनने के बाद नायब सिंह सैनी सरकार ने आज डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया को बदलने की संभावना तलाशी।
मृतक अधिकारी के परिवार से मिलने के तुरंत बाद, जिसमें उनकी पत्नी और हरियाणा की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार भी शामिल थीं, मुख्यमंत्री सैनी ने मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में डीजीपी और रोहतक एसपी को छुट्टी पर भेजने और कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त करने सहित कई विकल्पों पर चर्चा की गई। पूरन कुमार ने कथित तौर पर अपने सुसाइड नोट में कपूर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके कारण उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दरअसल, अमनीत ने चंडीगढ़ पुलिस को दी अपनी शिकायत में मामला दर्ज करने और सुसाइड नोट में नामजद आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। इस बीच, हरियाणा सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) अधिकारी संघ ने अमनीत कुमार के प्रति “पूर्ण एकजुटता और नैतिक समर्थन” जताया है।
एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को दिए एक ज्ञापन में मांग की, “एसोसिएशन आग्रह करता है कि इस मामले को अत्यंत गंभीरता, संवेदनशीलता और निष्पक्षता के साथ लिया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि नए आपराधिक कानूनों के अनुसार निष्पक्ष और समयबद्ध जांच की जाए। न्याय के हित में, एसोसिएशन यह भी सुझाव देता है कि जूनियर जांच अधिकारियों पर अनुचित प्रभाव की आशंका को दूर करने के लिए आरोपी अधिकारियों को अस्थायी रूप से सत्ता के पदों से हटाना नितांत आवश्यक है।”