चंडीगढ़, 5 मई, 2025 – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पंजाब जल वितरण मुद्दे पर ओछी राजनीति कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले पंजाब ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की अनदेखी करते हुए एसवाईएल मुद्दे पर अपनी विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था। पानी एक प्राकृतिक संसाधन और राष्ट्रीय धरोहर है।
आज भी मान सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर हरियाणा को पीने के पानी का उसका वाजिब हिस्सा देने से इंकार कर दिया।
श्री नायब सिंह सैनी ने आज यहां मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कृत्य अनैतिक है तथा भारत के संघीय ढांचे के विरुद्ध है।
उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा में आज पारित किया गया प्रस्ताव भी सिख गुरुओं की शिक्षाओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि मान सरकार को गुरुओं की वाणी का सम्मान करना चाहिए और बिना शर्त पानी छोड़ना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और आप दोनों ही भारत गठबंधन का हिस्सा हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बाबा साहब द्वारा लिखे गए पवित्र संविधान का सम्मान करना चाहिए।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि वे अक्सर संविधान को गांव-गांव लेकर जाते हैं, उन्हें इसकी भावना को भी कायम रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा मंत्रिमंडल पंजाब विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव की कड़ी निंदा करता है।
उन्होंने याद दिलाया कि 1966 से पहले पंजाब और हरियाणा एक ही राज्य थे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को ऐसी तुच्छ राजनीति करना बंद कर देना चाहिए और पंजाब के लोगों की बुनियादी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास की राजनीति पर ध्यान देना चाहिए।
मान सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह पंजाब के लोगों ने कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाया है, उसी तरह वे आप को भी बाहर का रास्ता दिखाएंगे।
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) को भंग करने के संबंध में पंजाब विधानसभा में पारित प्रस्ताव के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीबीएमबी लोकसभा द्वारा पारित एक स्वायत्त निकाय है तथा केंद्र सरकार के अधीन कार्य करता है।
उन्होंने पंजाब सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह न तो सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों का सम्मान कर रही है, न ही संविधान को कायम रख रही है, तथा भारत के संघीय ढांचे को कमजोर कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश एक ऐसी व्यवस्था पर चलता है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने पंजाब के नेताओं से गुरुओं द्वारा दिखाए गए नेक रास्ते पर चलने का आग्रह किया।
इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक श्री के.एम. पांडुरंग तथा मीडिया सचिव श्री प्रवीण अत्रे भी उपस्थित थे।
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