मानवता के एक अनुकरणीय कार्य में, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने आज एक सड़क दुर्घटना पीड़ित को व्यक्तिगत रूप से चिकित्सा सहायता प्रदान की। अपने एस्कॉर्ट वाहन के साथ पंचकूला से गुज़रते समय, डीजीपी ने आईटीबीपी, भानु के पास एक कार और मोटरसाइकिल के बीच टक्कर देखी। तुरंत कार्रवाई करते हुए, उन्होंने और उनकी टीम ने एक घायल व्यक्ति को अपने एस्कॉर्ट वाहन से सेक्टर 6 स्थित सिविल अस्पताल पहुँचाया।
डीजीपी सिंह ने तुरंत डीसीपी सृष्टि गुप्ता को घटना की जानकारी दी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे दुर्घटना के शिकार लोगों को समय पर अस्पताल पहुँचाना अपना सर्वोच्च कर्तव्य समझें। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “घायल व्यक्ति की मदद करने वाले किसी भी व्यक्ति से पुलिस पूछताछ नहीं करेगी।”
घायल मोटरसाइकिल चालक की पहचान चंडीगढ़ के मनीमाजरा स्थित शास्त्री नगर निवासी वीर बहादुर के रूप में हुई है। वह पिछले तीन साल से पंचकूला के सेक्टर 8 में ड्राइवर के तौर पर काम कर रहा था। डीजीपी ने सड़क सुरक्षा जागरूकता के महत्व और करुणा व त्वरित सहायता की संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “सड़क दुर्घटनाओं में जान बचाने के लिए हर नागरिक को बिना किसी हिचकिचाहट के आगे आना चाहिए।”
पुलिस विभाग ने इसे तत्परता और मानवता का एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया, जो पेशेवर प्रतिबद्धता और सामाजिक जिम्मेदारी दोनों को दर्शाता है।


Leave feedback about this