हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सबसे अधिक फसलों की खरीद की जा रही है।
यमुनानगर जिले की रादौर अनाज मंडी में शुक्रवार को 5,950 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद का उद्घाटन करने के बाद श्याम सिंह राणा ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से सरसों की खरीद जल्द से जल्द शुरू करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि इस अनुरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने 15 मार्च से खरीद को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी केंद्र को पत्र लिखकर आवश्यक कृषि उपकरणों पर सब्सिडी देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दौरान किसान हितैषी विधेयक भी पारित किए हैं। रादौर अनाज मंडी के दौरे के दौरान उन्होंने आढ़तियों से बातचीत कर सरसों के उठान की स्थिति, पैकेजिंग की उपलब्धता तथा उनके सामने आने वाली अन्य चुनौतियों का आकलन किया।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े तथा खरीद जल्द से जल्द पूरी की जाए।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए राणा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप उनकी आय दोगुनी करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
उन्होंने दोहराया कि नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों की बात सुनी और उनकी समस्याओं को हल करने का प्रयास किया। राणा ने किसानों से जल संरक्षण, फसलों में विविधता लाने, पर्यावरण की रक्षा करने तथा पराली जलाने से परहेज करने का आग्रह किया।
उन्होंने किसानों को अधिक पानी की खपत वाली फसलों के स्थान पर मोटे अनाज की खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया तथा उन्हें सरकारी सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने घोषणा की कि हरियाणा सरकार ने 2025-26 के बजट में धान की खेती न करने वाले किसानों को 8,000 रुपये प्रति एकड़ का अनुदान आवंटित किया है।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, धान की सीधी बिजाई के लिए सब्सिडी 4,000 रुपये से बढ़ाकर 4,500 रुपये प्रति एकड़ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 2025-26 के बजट में प्राकृतिक खेती को 25,000 एकड़ से बढ़ाकर एक लाख एकड़ करने का लक्ष्य रखा है।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता, कार्यकर्ता, अनाज मंडी एसोसिएशन के सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसके बाद, मंत्री ने लाडवा और इंद्री अनाज मंडियों का भी दौरा किया और खरीद कार्यों का निरीक्षण किया।
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