April 16, 2025
National

हरियाणा लैंड स्कैम मामला : रॉबर्ट वाड्रा से आज फिर ईडी की पूछताछ, सोशल मीडिया पोस्ट में बोले- ‘सच की जीत होगी’

Haryana land scam case: Robert Vadra to be questioned by ED again today, said in a social media post- ‘Truth will prevail’

हरियाणा लैंड स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को फिर बुलाया है। ईडी दफ्तर में वाड्रा से आज फिर पूछताछ होगी। ईडी की पूछताछ के पहले वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी।

रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “मेरे जन्मदिन के सप्ताह की सेवा कुछ दिनों के लिए रोक दी गई है। मैंने बुजुर्गों को भोजन कराने और विभिन्न क्षेत्रों के सभी बच्चों को उपहार देने की जो योजनाएं बनाई हैं, उन्हें मैं तब तक जारी रखूंगा जब तक कि सरकार मुझे अच्छे काम करने और अल्पसंख्यकों के प्रति उनके अन्यायपूर्ण व्यवहार के बारे में बोलने से नहीं रोकती, या फिर अगर मेरे राजनीति में आने की इच्छाएं और बातें भी होती हैं।”

उन्होंने आगे लिखा, “लोगों की इच्छाओं और जरूरतों को पूरा करने से मुझे कोई नहीं रोक सकता। मैं यहां किसी भी तरह के अन्यायपूर्ण दबाव के लिए तैयार हूं। मैं सत्य में विश्वास करता हूं और सत्य की जीत होगी।”

बता दें कि इससे पहले मंगलवार को ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा से कई घंटे तक पूछताछ की थी। इस कार्रवाई को लेकर वाड्रा ने कहा था कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है और उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।

उल्लेखनीय है कि यह पूरा मामला साल 2018 का है। तौरू के रहने वाले सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर 1 सितंबर 2018 को गुरुग्राम के खेरकी दौला थाने में यह केस दर्ज किया गया था।

रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी पर आरोप है कि उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की थी। इस मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को भी आरोपी बनाया गया है। आईपीसी की धारा 420, 120, 467, 468 और 471 के तहत इस मामले में केस दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद आईपीसी की धारा 423 के तहत नए आरोप जोड़े गए थे।

शिकायतकर्ता का आरोप है कि वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से खरीदी थी। कमर्शियल लाइसेंस पाने के बाद कंपनी ने उसी प्रॉपर्टी को डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया था। इसी मामले में ईडी वाड्रा की कंपनी पर वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है।

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