चंडीगढ़, हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में भाजपा-जजपा सरकार के नेतृत्व में महंगाई, ड्रग्स, अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और बेरोजगारी दर 30.6 प्रतिशत तक हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल विकास के नाम पर विज्ञापन और कार्यक्रम कर रही है।
हुड्डा ने एक बयान में कहा, “सरकार और विभिन्न संगठनों के आंकड़ों से यह स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा मुद्रास्फीति और बेरोजगारी में शीर्ष पर है। राज्य के युवा 30.6 फीसदी बेरोजगारी दर का सामना कर रहे हैं। बेरोजगारी के कारण युवा लगातार अपराध और नशीले पदार्थों की चपेट में आ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कानून व्यवस्था की स्थिति ऐसी हो गई है कि राज्य में आम आदमी सुरक्षित नहीं है। पिछले कुछ दिनों में तीन विधायकों को जान से मारने की धमकी मिली है।”
हुड्डा ने कहा कि स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है जैसे सरकार ने हार मान ली है। सत्ता का आनंद लेने और नए घोटालों को अंजाम देने के अलावा, गठबंधन दलों को किसी चीज की परवाह नहीं है।”
दो बार के मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को ना तो राज्य से और ना ही केंद्र से कोई राहत मिल रही है।
“एक बार फिर एलपीजी की दर में 50 रुपये की वृद्धि करके, सरकार ने पहले से ही मुद्रास्फीति से जूझ रहे लोगों की समस्याओं को बढ़ा दिया है। कृषि पंपसेट और डेयरी उपकरण पर टैक्स बढ़ाकर सरकार ने साफ जाहिर किया है कि जनता को कोई राहत देने के मूड में नहीं है।”
विपक्ष के नेता ने कहा कि 2014 से पहले हरियाणा को विकास की मिसाल बताया जाता था, लेकिन मौजूदा सरकार ने देश में अपनी छवि खराब की है।
उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि राज्य में हरियाणवी विरोधी सरकार चल रही है, जिसका जनहित से कोई लेना-देना नहीं है।”