N1Live Himachal स्वास्थ्य विभाग ने जोगिंद्रनगर में हेपेटाइटिस पर जागरूकता अभियान चलाया
Himachal

स्वास्थ्य विभाग ने जोगिंद्रनगर में हेपेटाइटिस पर जागरूकता अभियान चलाया

Health department launched awareness campaign on hepatitis in Jogindernagar

हेपेटाइटिस-ए (पीलिया) के प्रसार को रोकने के प्रयास में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने कल मंडी जिले के जोगिंदरनगर के शहरी क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को इस संक्रामक यकृत रोग के कारणों, लक्षणों और रोकथाम के बारे में शिक्षित करना था। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने सरकारी कॉलेज, जोगिंदरनगर, मिनी सचिवालय परिसर, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन सहित कई प्रमुख स्थानों पर आवश्यक जानकारी प्रसारित की।

इस पहल की पुष्टि करते हुए पधर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि जोगिंदरनगर के निवासियों को हेपेटाइटिस-ए के खतरों के बारे में जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों से बातचीत की और बताया कि यह बीमारी कैसे फैलती है, इसके लक्षण और बचाव के उपाय क्या हैं।

हेपेटाइटिस-ए हेपेटाइटिस-ए वायरस के कारण होने वाला एक अत्यधिक संक्रामक यकृत संक्रमण है, जो यकृत में सूजन पैदा करता है और सामान्य यकृत कार्यों को बाधित करता है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्तियों के मल और मूत्र में पाया जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित भोजन या पानी का सेवन करके वायरस से संक्रमित हो सकता है।

हेपेटाइटिस-ए के लक्षणों में बुखार, गहरे रंग का मूत्र, पीला मल, बहती नाक, दस्त, पेट के दाहिने हिस्से में दर्द, पाचन संबंधी समस्याएं, उल्टी, जोड़ों में दर्द, थकान, कमजोरी, भूख न लगना, खुजली और लाल चकत्ते शामिल हैं। यदि बीमारी गंभीर अवस्था में पहुंच जाती है, तो ठीक होने में कई महीने लग सकते हैं, और लीवर को दीर्घकालिक क्षति का अनुभव हो सकता है।

जागरूकता अभियान में स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों और आशा कार्यकर्ताओं सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की एक टीम ने भाग लिया।

Exit mobile version