पंजाब स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) ने एक दिल को छू लेने वाली घटना में, फिरोजपुर के खलचियां कदीम गांव के निवासी कुलदीप कुमार की दो वर्षीय बेटी विमिका को नया जीवन दिया है। विमिका, जो जन्म से ही दिल में छेद के साथ पैदा हुई थी, का मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में सफल, पूरी तरह से वित्तपोषित ऑपरेशन किया गया।
स्वास्थ्य विभाग की चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरप्रीत कौर ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि डॉ. हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में आरबीएसके टीम ने ममदोट में नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान विमिका की स्थिति की पहचान की। कार्यक्रम के तहत उसे फोर्टिस अस्पताल में स्थानांतरित किया गया, जहां उसका जीवन रक्षक ऑपरेशन निःशुल्क किया गया। विमिका अब पूरी तरह स्वस्थ है और अपने परिवार के साथ स्वस्थ जीवन जी रही है।
सिविल सर्जन डॉ. राजविंदर कौर के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने विमिका के घर जाकर उसका स्वास्थ्य जांचा और उसके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। जिला मास मीडिया अधिकारी संजीव शर्मा और डिप्टी एमएमओ अंकुश भंडारी ने बताया कि आरबीएसके योजना के तहत विमिका के इलाज का पूरा खर्च सरकार ने उठाया है। उसके माता-पिता कुलदीप कुमार और अंजलि ने गहरा आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम एक वरदान है, जिसने उनकी बेटी की जान बचाई।
डीएमएमओ नेहा भंडारी ने आरबीएसके कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया और आंगनवाड़ी केंद्रों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पंजीकृत 0 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में 31 बीमारियों को शामिल किया गया है, जिनमें जन्मजात रोग, हृदय रोग, बोलने में देरी, दांतों की समस्या, रीढ़ की हड्डी की समस्या और बहुत कुछ शामिल है।
डॉ. हरप्रीत सिंह ने आगे बताया कि यह कार्यक्रम पंजाब भर में नौ सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ सहयोग करता है, जहां पात्र बच्चों की जटिल सर्जरी पूरी तरह से मुफ्त की जाती है।
इस दौरे में डॉ. हरप्रीत सिंह, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी नेहा भंडारी, उप मास मीडिया अधिकारी अंकुश भंडारी और स्थानीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल हुए, जिससे ग्रामीण पंजाब में बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर बल मिला।
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