September 23, 2025
Punjab

तरनतारन और बरनाला में आज से 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा शुरू

Health insurance of Rs 10 lakh starts in Tarn Taran and Barnala from today

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को घोषणा की कि उनकी सरकार की महत्वाकांक्षी सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा योजना मंगलवार से लागू होगी। मुख्यमंत्री सेहत योजना के तहत, एक परिवार 2,000 बीमारियों का अधिकतम 10 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज करवा सकेगा।

यह योजना बरनाला और चुनावी राज्य तरनतारन जिले में लागू की जा रही है। तरनतारन विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव कभी भी हो सकता है। यह चुनाव आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक डॉ. कश्मीर सिंह के निधन के कारण ज़रूरी हो गया है। इस चुनाव को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए एक अग्निपरीक्षा माना जा रहा है, इसलिए मुख्यमंत्री ने यहाँ मुफ़्त स्वास्थ्य सेवा योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने का फ़ैसला किया है।

मीडिया से बातचीत करते हुए मान ने बताया कि इस योजना के लिए पंजीकरण मंगलवार से बरनाला और तरनतारन में शुरू होगा। उन्होंने कहा, “यह एक पायलट प्रोजेक्ट है और पंजीकरण 10-12 दिनों में पूरा हो जाएगा। इसके लिए हर ज़िले में 128 कैंप लगाए जाएँगे।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन जिलों के लोग मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें इस उद्देश्य से आयोजित शिविर में केवल अपना आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पासपोर्ट आकार की तस्वीर लानी होगी। मान ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों, आशा कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा, जिससे सभी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज संभव होगा।

उन्होंने कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए पिछले तीन वर्षों में राज्य में 881 आम आदमी क्लीनिक खोले गए हैं और इन क्लीनिकों की संख्या जल्द ही 1,000 को पार कर जाएगी।

उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता 30 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 100 प्रतिशत हो गई है। प्राथमिक सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या 34 लाख से बढ़कर 1.08 करोड़ हो गई है। मान ने कहा कि यह बेहद गर्व और संतोष की बात है कि पंजाब देश का पहला राज्य होगा जो 10 लाख रुपये तक का मुफ़्त सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा प्रदान करेगा।

मेडिकल कॉलेज के लिए मस्तुआना साहिब में जमीन देने से इनकार करने के लिए एसजीपीसी की आलोचना करते हुए मान ने कहा कि सिख संस्था बादल परिवार के हाथों की कठपुतली मात्र है और इसके सभी कार्य उनके द्वारा निर्देशित होते हैं।

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