शिमला, 19 जनवरी चौपाल के भाजपा विधायक बलबीर वर्मा ने कल कहा कि कांग्रेस की ‘व्यवस्था परिवर्तन’ और एक नए युग की शुरुआत की बयानबाजी महज खोखले नारे साबित हुए हैं क्योंकि पूरी स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गई है।
वर्मा ने यहां जारी एक बयान में कहा कि राज्य सरकार में हर स्तर पर घोर अराजकता और कुप्रबंधन है। उन्होंने टिप्पणी की, “कांग्रेस शासन में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले लोगों से की गई 10 गारंटियों को पूरा करने की न तो इच्छाशक्ति है और न ही क्षमता।”
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में जो सुविधाएं दी थीं, उन्हें सरकार ने सिर्फ बंद करने का काम किया है. पिछली सरकार की एक बड़ी और सफल योजना हिमकेयर इस सरकार की अक्षमता के कारण बंद होने की कगार पर है। प्रदेश सरकार हिमकेयर योजना का पैसा अस्पतालों को जारी नहीं कर रही है। सरकार पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है.’
उन्होंने कहा कि लोग मुख्यमंत्री के उस वादे के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोबाइल क्लिनिक वैन गांव-गांव पहुंचकर लोगों को इलाज मुहैया करायेगी, लेकिन ऐसी कोई सुविधा नहीं बनायी गयी है. उन्होंने कहा, “सरकार ने केवल भाजपा के जनमंच कार्यक्रम का नाम बदलकर सरकार गांव के द्वार कर दिया है।”
वर्मा ने कहा कि स्थिति ऐसी है कि निजी अस्पताल ही नहीं बल्कि सरकारी मेडिकल कॉलेज भी मुफ्त इलाज करने में आनाकानी कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया, “क्रास्ना लैब को लगभग 54 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है, जो राज्य में चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रही थी और बार-बार नोटिस के बावजूद, सरकार ने अपना बकाया जारी नहीं किया।” उन्होंने कहा कि इस लैब से जुड़े 18,000 युवा अपनी नौकरी खोने के डर में जी रहे हैं।