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अंबाला में शंभू बॉर्डर बंद करने से भारी नुकसान

Heavy loss due to closure of Shambhu border in Ambala

अंबाला, 30 मई हरियाणा-पंजाब अंतरराज्यीय शंभू बॉर्डर 10 फरवरी से बंद होने से स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो रहा है और उनकी चिंताएं बढ़ गई हैं। अंबाला कपड़ा बाजार का सालाना कारोबार 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है और बिक्री में 30 से 40 फीसदी की गिरावट आई है।

बीकेयू 2 जून से फिर से कृषि कार्यकर्ताओं को संगठित करेगी शंभू बॉर्डर को लेकर अभी तक सरकार से कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन 2 जून से हम किसान आंदोलनकारियों को संगठित करना शुरू कर देंगे और बॉर्डर पर किसानों की संख्या फिर से बढ़ जाएगी। हम व्यापारियों से अनुरोध करते हैं कि वे सरकार से बात करके रास्ता खुलवाएं। सरकार ने रास्ता बंद कर दिया है। हमारा इरादा बॉर्डर बंद रखने का नहीं था। तेजवीर सिंह, बीकेयू (शहीद भगत सिंह) के प्रवक्ता

अंबाला शहर के कपड़ा व्यापारियों ने बताया कि पंजाब से बड़ी संख्या में ग्राहक बाजार में आते थे, लेकिन करीब 110 दिनों से सीमा बंद होने के कारण बिक्री पर बुरा असर पड़ा है।

थोक कपड़ा बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बत्रा ने कहा, “सीमा बंद होने के कारण कपड़े और मनियारी बाजार में थोक और खुदरा बिक्री प्रभावित हुई है। हम सरकार से इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने का अनुरोध कर रहे हैं। मौजूदा स्थिति के कारण शोरूम मालिकों और व्यापारियों ने कर्मचारियों की संख्या में कटौती शुरू कर दी है।”

उन्होंने कहा, “बिक्री में भारी गिरावट आई है और लोगों को वेतन और बिल चुकाने में मुश्किल हो रही है। हमने राज्य के सीएम नायब सिंह सैनी से मुलाकात की है, जिन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि सरकार चुनाव के बाद इस मुद्दे को हल करने के लिए सकारात्मक कदम उठाएगी। हमें उम्मीद है कि यह जल्द ही हल हो जाएगा।”

अंबाला शहर के विभिन्न बाजारों में दुकानों से जुड़े हजारों परिवारों की आजीविका दांव पर लगी है। साड़ी शोरूम के मालिक राजन कंसरा ने कहा, “अगर स्थिति जल्द ही नहीं सुलझी तो उनकी आजीविका प्रभावित होगी।”

अंबाला छावनी के बाजारों की स्थिति भी कुछ बेहतर नहीं है। यहां भी बिक्री में गिरावट देखी गई है। अंबाला छावनी के विजय रतन चौक मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल महाजन कहते हैं, “किसानों को अपनी मांग उठाने का हक है, लेकिन सड़क बंद होने से हम पर सीधा असर पड़ा है। सरकार और किसानों को इस मामले को सुलझाना चाहिए। कम से कम बॉर्डर का एक हिस्सा खोला जाना चाहिए, ताकि यात्रियों और स्थानीय व्यापारियों को कुछ राहत मिल सके।”

हरियाणा-पंजाब अंतरराज्यीय सीमा पर शंभू टोल प्लाजा बंद होने से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के राजस्व में भी कमी आ रही है, जिससे उसे हर दिन करीब 72 लाख रुपये का घाटा हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार के खजाने को अब तक 79 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हो चुका है।

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