केरल में स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में मंगलवार को सात जिलों में जोरदार मतदान दर्ज किया गया। सुबह से ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी कतारें दिखाई दीं। मतदान सुबह 7 बजे मॉक पोलिंग के बाद शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। निर्वाचन आयोग के अनुसार, दोपहर तक कुल मतदान प्रतिशत 47 प्रतिशत पार कर गया था, जो लोगों की उत्साहपूर्ण सहभागिता का संकेत है।
पहले चरण में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम में मतदान जारी है। इन चुनावों में तीन नगर निगम, 39 नगरपालिकाएं, सात जिला पंचायतें, 75 ब्लॉक पंचायतें और 471 ग्राम पंचायतें शामिल हैं, जो कुल 11,168 वार्डों में फैली हुई हैं।
पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने तिरुवनंतपुरम में अपनी पत्नी के साथ मतदान किया। उन्होंने मतदान के बाद दावा किया कि इस चुनाव के नतीजे केरल की राजनीति में बड़ा बदलाव लाएंगे।
एंटनी ने 2010 के स्थानीय निकाय चुनाव को याद करते हुए कहा कि जैसे उस समय कांग्रेस नीत यूडीएफ को बड़ी जीत मिली थी, वैसे ही इस बार के नतीजे सत्तारूढ़ वाम मोर्चे के लिए ‘शॉक ट्रीटमेंट’ साबित होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि इन नतीजों से 2026 विधानसभा चुनाव का आधार मजबूत होगा और यूडीएफ शानदार जीत दर्ज करेगा।
सीपीआई (एम) के महासचिव एमए बेबी ने दावा किया कि एलडीएफ इस चुनाव में पिछली बार से भी बड़ी जीत दर्ज करेगा। पिछले कई चुनावों में वाम मोर्चे का प्रदर्शन लगातार मजबूत रहा है और इस बार भी जनता सरकार की लगातार स्थिरता, कल्याण योजनाओं और विकास कार्यों पर भरोसा जताएगी।
उन्होंने कहा कि लोग यूडीएफ की ‘जन-विरोधी और विकास-विरोधी राजनीति’ और भाजपा की ‘सांप्रदायिक राजनीति’ को नकार देंगे।
पहले चरण के मतदान के दौरान सभी जिलों में माहौल उत्साहपूर्ण रहा और नेताओं की बयानबाजी से चुनावी सरगर्मी और बढ़ गई है। केरल के राजनीतिक इतिहास में यह चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह लगातार वाम मोर्चा शासन के दौर में आयोजित किया जा रहा है।
शेष सात जिलों में मतदान गुरुवार को होगा। सभी चरणों के नतीजे शनिवार को घोषित किए जाएंगे।

