राज्यसभा नामांकन पत्र में जाली हस्ताक्षर करने के आरोपी नवनीत चतुर्वेदी की हिरासत को लेकर पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस के बीच चल रहा मामला अब पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय पहुंच गया है।
चतुर्वेदी और पंजाब पुलिस दोनों ने अदालत में याचिकाएँ दायर की हैं। चतुर्वेदी ने आरोप लगाया है कि पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ के एक थाने से उनका अपहरण करने की कोशिश की, जबकि पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ के अधिकारियों को वैध गिरफ्तारी वारंट के निष्पादन में हस्तक्षेप करने से रोकने के निर्देश देने की माँग की है।
यह विवाद मंगलवार को हुई एक घटना से उपजा है, जब चतुर्वेदी की हिरासत को लेकर पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों के बीच हाथापाई हो गई थी। रूपनगर अदालत द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के साथ पंजाब पुलिस ने राज्यसभा नामांकन पत्रों पर आप विधायकों के हस्ताक्षरों की कथित जालसाजी से संबंधित एफआईआर के सिलसिले में चतुर्वेदी को हिरासत में लेने की कोशिश की।
हालांकि, चंडीगढ़ पुलिस ने कानूनी प्रक्रियाओं का हवाला देते हुए चतुर्वेदी को नहीं सौंपा और कथित तौर पर उन्हें सेक्टर 3 पुलिस स्टेशन ले जाया गया। बाद में इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
चतुर्वेदी ने दावा किया है कि उनके खिलाफ बिना उचित प्रक्रिया के कई एफआईआर दर्ज की गई हैं और चंडीगढ़ पुलिस की मौजूदगी के बावजूद पंजाब पुलिस ने उन्हें जबरन ले जाने का प्रयास किया।