रामपुर, 3 अगस्त मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज गांव का दौरा किया, जहां 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद 33 लोग लापता हो गए थे। उन्होंने बादल फटने वाले स्थल का निरीक्षण किया तथा चल रहे राहत एवं पुनर्वास प्रयासों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने बादल फटने से प्रभावित परिवारों को सांत्वना दी और तत्काल राहत पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा, “प्रत्येक प्रभावित परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 50,000 रुपये और आज से ही तीन महीने के लिए आवास किराए पर लेने के लिए 5,000 रुपये मिलेंगे। राज्य सरकार राशन, रसोई गैस, कंबल और चूल्हे जैसी बुनियादी जरूरतों की चीजें मुफ्त उपलब्ध कराएगी। यह सभी प्रभावित परिवारों को व्यापक सहायता भी प्रदान करेगी।”
सुखू ने कहा कि राज्य के तीन जिलों में पांच बादल फटने से व्यापक नुकसान हुआ है। “तीन जिलों में बादल फटने के कारण छह लोगों की मौत हो गई है जबकि 47 लापता हैं। इसके अलावा, 14 मोटर योग्य और पैदल यात्री पुल, 115 घर, 23 गौशालाएं, 10 दुकानें और तीन मछली फार्म बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भारी बारिश के कारण एक राष्ट्रीय राजमार्ग और पांच सड़कें अवरुद्ध हैं, “उन्होंने कहा।
रामपुर के पास समेज गांव में बादल फटने के बाद 33 लोग लापता बताए गए हैं जबकि फंसे हुए 10 लोगों को बचा लिया गया है। बादल फटने से गांव में 38 मकान और दो पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए।
सुक्खू ने कहा कि मकानों के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा शीघ्र की जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन को विस्थापित परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि उन्हें और अधिक दुख व कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
उन्होंने समेज गांव के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों से भी मुलाकात की, जिनके आठ सहपाठी इस दुखद घटना के बाद लापता हैं। आठवीं कक्षा के विद्यार्थी राखी और कार्तिक ठाकुर ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका स्कूल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि उनके स्कूल भवन का पुनर्निर्माण किया जाएगा और उन्हें इस दुख की घड़ी में अपने परिवारों का साथ देने के लिए सांत्वना दी।
सुक्खू ने कहा कि बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं और बादल फटने के तुरंत बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया था। उन्होंने कहा कि अब तक 55 फंसे हुए लोगों को निकाला जा चुका है। लापता लोगों का पता लगाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, राज्य सातवें वित्त आयोग के अध्यक्ष नंद लाल और विधायक भी मौजूद थे।
प्रत्येक प्रभावित परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 50,000 रुपये तथा आज से ही तीन महीने के लिए आवास किराये के लिए 5,000 रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने समेज गांव के सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के छात्रों से मुलाकात की, जिनके आठ सहपाठी बादल फटने की घटना के बाद लापता हैं उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि उनके स्कूल
भवन का पुनर्निर्माण किया जाएगा।