चम्बा, 17 अगस्त शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और निकट भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
वह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, चम्बा में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में जिले के विभिन्न महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में शिक्षा पर करीब 9,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 में जब मौजूदा सरकार सत्ता में आएगी, तब राज्य भर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में 15,000 पद खाली थे।
उन्होंने कहा कि पहले वर्ष में ही सरकार ने 7,000 पदों को भरने की मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में बैच-वार आधार पर 1,100 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) पद भरे गए हैं, जिनमें से 236 पद चंबा जिले में भरे गए हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, 1,100 जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (जेबीटी) पद भी जल्द ही भरे जाएंगे। स्थानीय विधायक नीरज नायर और निवासियों की मांगों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ठाकुर ने घोषणा की कि अगले वित्तीय वर्ष में राजकीय पीजी कॉलेज में समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह को आश्वासन दिया कि महाविद्यालय के लिए अतिरिक्त भवन एवं फर्नीचर की मांग पर शीघ्र ध्यान दिया जाएगा।
इससे पहले, उप निदेशक (उच्च शिक्षा) प्यार सिंह चाडक ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में स्कूलों और छात्रों की संख्या का अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में जिले के स्कूलों के परीक्षा परिणामों के बारे में भी जानकारी साझा की। चाडक ने कहा कि जिले में कुल 317 सरकारी स्कूल हैं, जिनमें कुल 44,621 छात्र नामांकित हैं – 22,102 लड़के और 22,519 लड़कियाँ हैं। उन्होंने कहा कि जिले के शैक्षणिक संस्थानों में 3,325 स्वीकृत पदों में से 32 प्रतिशत खाली हैं।
उप निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) ज्ञान सिंह ने बताया कि जिले में प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत 1,409 स्कूल हैं – 1,181 सरकारी प्राथमिक स्कूल और 228 सरकारी मिडिल स्कूल। सरकारी प्राथमिक स्कूलों में कुल 29,670 छात्र नामांकित हैं – 14,481 लड़के और 15,189 लड़कियाँ। मिडिल स्कूलों में 6,988 छात्र हैं – 3,387 लड़के और 3,601 लड़कियाँ।
चम्बा, चौवाड़ी, भरमौर और बनीखेत के राजकीय महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने शिक्षा मंत्री को बुनियादी ढांचे के विकास, शैक्षिक उपलब्धियों और खेल उपलब्धियों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की
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