शिमला, 28 जून सरकार सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड में निजी क्षेत्र के साथ मिलकर टिकाऊ पर्यटन बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए उत्सुक है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के अध्यक्ष आरएस बाली ने राज्य में व्यावसायिक अवसरों का पता लगाने के लिए निजी खिलाड़ियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित स्थान है, जहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में निवेश के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए देश के अन्य स्थानों पर भी इस तरह की बातचीत आयोजित की जाएगी।
बाली ने कहा, “राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा करने के अलावा अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए इस क्षमता का दोहन करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में निजी खिलाड़ी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।” उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य एशियाई विकास बैंक (एडीबी) परियोजना के तहत स्थापित की जा रही संपत्तियों के विकास, प्रबंधन और संचालन के लिए निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी करना था।
उन्होंने कहा, “इससे हिमाचल में विश्व स्तरीय सुविधाएं विकसित करने और उच्च श्रेणी के पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।” निजी क्षेत्र के डेवलपर्स और ऑपरेटरों से विशेष रूप से एडीबी के तहत उप-परियोजनाओं के डिजाइन, साझेदारी संरचना और अन्य पहलुओं पर मूल्यवान सुझाव और फीडबैक लिए गए। निजी क्षेत्र ने पीपीपी मोड में पेश की गई संपत्तियों में गहरी दिलचस्पी दिखाई।
बैठक में पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव देवेश कुमार, पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की निदेशक मानसी सहाय ठाकुर, ताज, आईटीसी, महिन्द्रा, ओबेरॉय और सरोवर जैसे अग्रणी होटल समूहों तथा डेलोइट और पीडब्ल्यूसी जैसी परामर्शदात्री एजेंसियों के प्रतिनिधियों के अलावा मनीला और नई दिल्ली से एडीबी के अधिकारी भी उपस्थित थे।