N1Live Himachal हिमाचल: 61 सीटों पर कोई बढ़त नहीं, वोट शेयर बढ़ने से कांग्रेस को राहत
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हिमाचल: 61 सीटों पर कोई बढ़त नहीं, वोट शेयर बढ़ने से कांग्रेस को राहत

Himachal: No lead on 61 seats, relief to Congress due to increase in vote share.

शिमला, 6 जून कांग्रेस ने चारों लोकसभा सीटें खो दी हैं, लेकिन उसे इस बात से राहत है कि मौजूदा चुनावों में उसका वोट शेयर 2019 के चुनावों के 27.5 प्रतिशत की तुलना में 14 प्रतिशत बढ़कर 41.67 प्रतिशत हो गया है।

पार्टी का वोट प्रतिशत इस तथ्य के बावजूद बढ़ा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, आठ मंत्री और पांच मुख्य संसदीय सचिव अपने गृह निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों को बढ़त नहीं दिला सके।

कांग्रेस 68 विधानसभा क्षेत्रों में से केवल सात क्षेत्रों में बढ़त हासिल करने में सफल रही, जिनमें किन्नौर, लाहौल-स्पीति, रामपुर, रोहड़ू, जुब्बल-कोटखाई, अन्नी और हरोली शामिल हैं। यहां तक ​​कि मुख्यमंत्री भी अपने गृह क्षेत्र नादौन में नरेंद्र मोदी के जादू को भाजपा के पक्ष में काम करने से नहीं रोक पाए, जहां भाजपा उम्मीदवार अनुराग ठाकुर को 2,143 वोटों की बढ़त मिली।

सुक्खू ने कहा, “हां, मैं मानता हूं कि हम लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए, लेकिन विधानसभा उपचुनावों में लोगों ने हमारी सरकार को अस्थिर करने की भाजपा की कोशिशों को नकार दिया। विधानसभा में हमारी ताकत 34 से बढ़कर 38 हो गई है।” उन्होंने कहा कि यह देखना दिलचस्प है कि लोगों ने विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस और लोकसभा चुनावों में भाजपा को कैसे वोट दिया।

दरअसल, राज्य भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस आधार पर सुक्खू का इस्तीफा मांगा था कि कांग्रेस 68 विधानसभा क्षेत्रों में से 61 में बढ़त हासिल करने में विफल रही है।

किन्नौर (8,562), लाहौल-स्पीति (6,876), रामपुर (21,437), रोहड़ू (9,045) और आनी (8,328) विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के इन क्षेत्रों के लोगों के साथ घनिष्ठ जुड़ाव के कारण बढ़त हासिल करने में सफल रहे।

दरअसल, वीरभद्र रोहड़ू से चुनाव लड़ते थे, इससे पहले कि 2012 में सीटों के परिसीमन में इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया जाता, जिससे उन्हें शिमला (ग्रामीण) निर्वाचन क्षेत्र में स्थानांतरित होना पड़ा।

भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 69.70 प्रतिशत वोट हासिल कर भारी जीत दर्ज की थी, जो देश में सर्वाधिक थी। कांगड़ा से उम्मीदवार किशन कपूर 4.77 लाख वोटों से जीते थे, जबकि अनुराग ठाकुर 3.99 लाख वोटों से जीते थे। दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को 68 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में बढ़त मिली थी।

कांग्रेस को शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 5,937 वोटों की बढ़त मिली और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के हरोली विधानसभा क्षेत्र में 1,535 वोटों की बढ़त मिली।

कांग्रेस कांगड़ा और चंबा जिलों के एक भी विधानसभा क्षेत्र में बढ़त नहीं बना सकी, जो कांगड़ा लोकसभा सीट का हिस्सा हैं।

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