N1Live Himachal हिमाचल प्रदेश : कुल्लू जिले में सिनेमा और कला का अनूठा संगम, हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म एंड आर्ट फेस्टिवल का होगा आयोजन
Himachal

हिमाचल प्रदेश : कुल्लू जिले में सिनेमा और कला का अनूठा संगम, हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म एंड आर्ट फेस्टिवल का होगा आयोजन

Himachal Pradesh: A unique confluence of cinema and art in Kullu district, Himachal International Film and Art Festival will be organized

हिमाचल प्रदेश का खूबसूरत जिला कुल्लू एक बार फिर कला और सिनेमा प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। मनाली में 13 से 15 जून तक हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म एंड आर्ट फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है।

यह तीन दिवसीय उत्सव सिनेमा, कला और संस्कृति का एक अनूठा संगम होगा, जो न केवल दर्शकों को लुभाएगा, बल्कि युवा प्रतिभाओं को अपनी कला को निखारने का मौका भी देगा।

इस फेस्टिवल में भारत और दुनिया भर की 50 से अधिक चुनिंदा फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें कई ऐसी फिल्में शामिल हैं, जो न तो सिनेमा हॉल में दिखाई जाती हैं और न ही किसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। प्रमुख फिल्मों में सोनाली बोस की ‘ए फ्लाई ऑन द वॉल’, सुभद्रा महावन की ‘सेकेंड चांस’, दिवाकर दास रॉय की ‘दिल्ली डाक’ और मानसी माहेश्वरी की ‘बन्नी हुड’ शामिल हैं।

विशेष रूप से ‘बन्नी हुड’ को हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब प्रशंसा बटोरी। इसके अलावा शाम को परिवार के साथ आनंद लेने के लिए ‘मिर्च मसाला’ और ‘गाइड’ जैसी कालजयी फिल्मों की स्क्रीनिंग भी होगी।

यह फेस्टिवल केवल फिल्म प्रदर्शन तक सीमित नहीं है। यह युवा प्रतिभाओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। आयोजकों ने बताया कि कुल्लू क्षेत्र के स्कूलों के 600 से अधिक बच्चों को अभिनय, डांस, बॉडी मूवमेंट, फैशन और थिएटर की बारीकियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही, बच्चों को मोबाइल और कैमरे के माध्यम से फिल्म निर्माण की मूलभूत जानकारी भी प्रदान की जाएगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की एक विशेष टीम फेस्टिवल में शामिल होगी।

आयोजक राजा सिंह मल्होत्रा ने बताया, “हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म एंड आर्ट फेस्टिवल 13, 14 और 15 जून को देवलोक, मनाली में आयोजित किया जाएगा। हमें लगभग 340 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जिनमें से हमने 50 बेहतरीन फिल्में चुनी हैं। इस बार कला को फिल्म के साथ जोड़ा गया है, ताकि स्थानीय प्रतिभाओं को एक वैश्विक मंच मिल सके।”

उन्होंने आगे कहा कि यह आयोजन न केवल सिनेमा और कला प्रेमियों के लिए एक उत्सव है, बल्कि हिमाचल की सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता को भी दुनिया के सामने लाने का एक प्रयास है। यह फेस्टिवल स्थानीय समुदाय और पर्यटकों के बीच एक सांस्कृतिक सेतु बनाएगा, जो कला और सिनेमा के माध्यम से नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करेगा।

Exit mobile version