हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की घोषणा की है और इसे विद्यार्थियों के लिए दिवाली का तोहफा बताया है।
शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि बोर्ड अब सभी छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में एक जैसे प्रश्न उपलब्ध कराएगा, लेकिन तीनों सीरीज़ में प्रश्नों का क्रम अलग-अलग होगा। पहले, हर सीरीज़ में अलग-अलग प्रश्न होते थे, जिससे कठिनाई स्तर में भिन्नता की शिकायतें आती थीं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि नई प्रणाली सभी छात्रों के लिए निष्पक्षता और समान अवसर सुनिश्चित करेगी। उन्होंने आगे कहा कि इस बदलाव से परीक्षा प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और एकरूप हो जाएगी। प्रश्नों के क्रम में परिवर्तन से परीक्षा के दौरान नकल रोकने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि छात्र प्रश्न संख्या के आधार पर उत्तर साझा नहीं कर पाएंगे।
डॉ. शर्मा ने आगे बताया कि हिमाचल प्रदेश केंद्र सरकार द्वारा तैयार की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू करने वाला देश का पहला राज्य शिक्षा बोर्ड बन जाएगा। उन्होंने बताया कि एनईपी को लागू करने के लिए शिक्षकों और बोर्ड कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण गतिविधियाँ पहले ही शुरू कर दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि एनईपी के अनुरूप परीक्षा प्रणाली में बदलाव का निर्णय छात्रों के हित में लिया गया है और इससे मूल्यांकन प्रक्रिया अधिक विश्वसनीय और छात्र-अनुकूल बनेगी।