राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नंदिता गुप्ता ने सिरमौर जिले के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान शिलाई विधानसभा क्षेत्र के निवासियों से बातचीत की और हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर जोर दिया। कफोटा में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने मतदाता सूची में लैंगिक असमानता की ओर इशारा करते हुए कहा कि शिलाई में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुषों की तुलना में कम है।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा शिलाई में महिलाओं के बीच चुनावी जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष अभियान का हिस्सा थी। गुप्ता ने कहा, “हमारा ध्यान लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। जागरूकता फैलाने और मतदाता पंजीकरण बढ़ाने में स्थानीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका है।”
हाल के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए सीईओ ने कहा कि महिला मतदाता पंजीकरण में सुधार के लिए एक लक्षित नीति लागू की गई है। शिलाई निर्वाचन क्षेत्र में 111 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से प्रत्येक में एक बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) नियुक्त है। उन्होंने अपंजीकृत मतदाताओं से पंजीकरण के लिए बीएलओ, चुनाव तहसील कार्यालय या एसडीएम कार्यालयों से संपर्क करने का आग्रह किया।
गुप्ता ने अधिकारियों को निर्वाचन क्षेत्र से बाहर रहने वाले मतदाताओं का ऑनलाइन पंजीकरण सुनिश्चित करने और लिंग के आधार पर मतदाता डेटा एकत्र करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि बीएलओ उन लोगों के लिए फॉर्म-6 भरने के लिए घर-घर जाएं जिनके नाम मतदाता सूची में नहीं हैं।
बाद में सीईओ ने ग्राम पंचायत बालीकोटी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कंडियारी का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय महिलाओं से बातचीत की और मतदाता पंजीकरण में आने वाली चुनौतियों को समझा। दौरे के दौरान 64 महिलाओं ने बीएलओ की मदद से मौके पर ही मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की।
Leave feedback about this