मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि सरकार सोलन जिले के वाकनाघाट में 650 बीघा क्षेत्र में साइबर सिटी स्थापित करने की योजना बना रही है, जहां से डाटा स्टोरेज, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और अन्य आईटी आधारित उद्यम संचालित होंगे।
सुक्खू ने यहाँ डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं शासन विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने विभाग को परियोजना का विस्तृत खाका जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईटी क्षेत्र उनकी सरकार की प्राथमिकता है और राज्य में तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने तथा आईटी अवसंरचना में निवेश आकर्षित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने वाकनाघाट में निर्माणाधीन उत्कृष्टता केंद्र की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कार्य में तेजी लाई जाए और केंद्र में एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रयोगशाला स्थापित की जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कांगड़ा के चैतरु और शिमला के मेहली में आईटी पार्कों का निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक शीघ्र पूरा करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने शासन में डिजिटल परिवर्तन के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि सभी विभागों को कुशल और नागरिक-अनुकूल सेवा वितरण सुनिश्चित करने के लिए अपने कार्यों का डिजिटलीकरण करना होगा। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार का लक्ष्य लोगों को एक क्लिक के ज़रिए उनके घर-द्वार पर अधिकतम जन सेवाएँ प्रदान करना है।” पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए प्रत्येक विभाग को आईटी समाधानों को पूरी तरह अपनाना चाहिए और ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से कार्य करना चाहिए।
सुक्खू ने कहा कि सरकारी अधिकारियों को ई-फाइल प्रबंधन और उभरती तकनीकों से परिचित कराने के लिए कार्यशालाएँ आयोजित की जानी चाहिए और सभी विभागों में इनके व्यापक उपयोग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि घोषणाओं की ऑनलाइन प्रगति की निगरानी के लिए प्रत्येक विभाग में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएँ। उन्होंने सचिवालय के सभी अधिकारियों को अनिवार्य रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए।