शिमला, 28 जून मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि राज्य सरकार तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों के समग्र विकास के लिए हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा ट्यूटर योजना आरम्भ करने जा रही है।
शिक्षकों की भर्ती जल्द होगी राज्य सरकार एनसीटीई के मानदंडों और नियमों का पालन करते हुए सभी 6,297 सरकारी प्राथमिक स्कूलों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा ट्यूटर्स की नियुक्ति करेगी। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप है, जो व्यापक प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा की सिफारिश करता है मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई में किसी भी तरह की बाधा न आए, इसके लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार प्राथमिक विद्यालयों के अंतर्गत 6,297 पूर्व-प्राथमिक विद्यालय चला रही है, जिनमें लगभग 60,000 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं तथा इन प्राथमिक विद्यालयों के साथ 2,377 आंगनवाड़ियां भी संचालित हैं।
सुखू ने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप, जो व्यापक प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) की सिफारिश करती है, शिक्षा विभाग सभी चार ईसीसीई मॉडलों के संयोजन को लागू करेगा। इन मॉडलों में प्राथमिक विद्यालयों के साथ सह-स्थित स्टैंडअलोन आंगनवाड़ियाँ, मौजूदा प्राथमिक विद्यालयों और स्टैंडअलोन प्री-प्राइमरी स्कूलों के साथ सह-स्थित कम से कम पाँच या छह वर्ष की आयु के बच्चों को कवर करने वाले प्री-प्राइमरी स्कूल शामिल हैं।”
उन्होंने कहा कि सरकार एनसीटीई मानदंडों का पालन करते हुए सभी 6,297 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के लिए ईसीसीई ट्यूटर नियुक्त करेगी। उन्होंने कहा, “यह पहल गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक बचपन शिक्षा प्रदान करने और समग्र विकास सुनिश्चित करने और हिमाचल में युवा दिमागों को पोषित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।”
मुख्यमंत्री ने छात्रों के घरों के नज़दीक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करके शिक्षा की पहुँच में सुधार करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने शिक्षकों की आगामी भर्ती सहित शिक्षा क्षेत्र में अभिनव योजनाएँ शुरू करने के लिए चल रहे प्रयासों पर ज़ोर दिया।
सुखू ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इसके अलावा, सरकार सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल भी स्थापित कर रही है।