मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को केंद्र प्रायोजित साक्षरता कार्यक्रम उल्लास के तहत हिमाचल प्रदेश को पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया। इस कार्यक्रम के तहत, 95 प्रतिशत से अधिक साक्षरता दर प्राप्त करने वाले किसी भी राज्य को पूर्ण साक्षर राज्य माना जाता है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षार्थी को पढ़ने और लिखने की क्षमता के साथ-साथ वित्तीय और डिजिटल साक्षरता भी हासिल करनी होगी। शिमला में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम पूर्ण साक्षर राज्य बन गए हैं। यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है।”
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने 99 प्रतिशत से अधिक की साक्षरता दर हासिल कर ली है, जो देश में सबसे ज़्यादा है। उन्होंने कहा कि 1947 से लेकर अब तक, जब साक्षरता दर सिर्फ़ 7 प्रतिशत थी, राज्य के लिए यह एक लंबी यात्रा रही है।
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