पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बुधवार को उन आरोपों से इनकार किया कि उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ मारपीट की।
उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर भट्टाकुफ्फर इमारत ढहने की घटना से ध्यान हटाने का एक प्रयास है, जो उनके अनुसार एनएचएआई की लापरवाही और अत्यधिक पहाड़ी कटाई के कारण हुई थी।
मंत्री ने कहा, “एफआईआर का मतलब यह नहीं है कि मैं दोषी हूं। मैं अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से इनकार करता हूं।” उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों के बीच व्यापक भ्रष्टाचार और अनियमितता का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “एनएचएआई अधिकारियों और निजी ठेकेदारों के बीच सांठगांठ है। इस सांठगांठ से आम लोगों को भारी नुकसान हो रहा है।” केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा कथित हमले की निंदा किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिंह ने कहा कि गडकरी को जमीनी हकीकत की पूरी जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जल्द ही केंद्रीय मंत्री से मिलूंगा और उन्हें एनएचएआई अधिकारियों के भ्रष्ट आचरण से अवगत कराऊंगा।’’ उन्होंने कहा कि वह केंद्र से उन लोगों के लिए नीति बनाने का आग्रह करेंगे जिन्हें एनएचएआई की खराब कार्यप्रणाली के कारण नुकसान उठाना पड़ा है।
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