हिमाचल प्रदेश पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चिट्टा (मिलावटी हेरोइन) की तस्करी में शामिल दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। वे नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से कनाडा भागने की कोशिश कर रही थीं।
कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक (एसपी) शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि इस साल की शुरुआत में धर्मशाला में तीन युवकों को मादक पदार्थों के साथ पकड़े जाने के बाद शुरू की गई जांच के बाद ये गिरफ्तारियां की गई हैं।
अधिकारी ने बताया कि 21 जनवरी, 2025 की रात को एक पुलिस दल ने एक गुप्त सूचना के आधार पर नियमित गश्त के दौरान धर्मशाला में एक वाहन को रोका।
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान वाहन में सवार देहरादून, उत्तराखंड निवासी शशांक बिष्ट और धर्मशाला निवासी आयुष और सावतांग शाही के पास से 30 ग्राम ‘चिट्टा’ बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि धर्मशाला पुलिस स्टेशन में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने पंजाब की दो महिलाओं से ड्रग्स खरीदी थी, जिनकी पहचान कुलवंत कौर और जर्मनप्रीत कौर के रूप में हुई थी।
अग्निहोत्री ने बताया कि आगे की जांच में महिलाओं के बैंक खातों में यूपीआई भुगतान के माध्यम से लगभग 4.50 लाख रुपये का वित्तीय लेनदेन सामने आया, जिससे पता चला कि वे नशीली दवाओं के व्यापार से जुड़ी हैं।
मोबाइल फोन डेटा के तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि वे दिल्ली एयरपोर्ट के पास आखिरी बार मिले थे। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को एक विशेष पुलिस टीम दिल्ली भेजी गई, जिसके बाद 3 मार्च को एयरपोर्ट के अंदर से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम ने उनके पासपोर्ट बरामद कर लिए हैं, जिससे उनकी कनाडा भागने की योजना की पुष्टि हो गई है।
महिलाओं से पूछताछ की जा रही है ताकि ड्रग नेटवर्क का पता लगाया जा सके और अन्य सहयोगियों की पहचान की जा सके। एसपी ने बताया कि अधिकारी ड्रग तस्करी के जरिए जुटाई गई संपत्तियों का पता लगाने के लिए उनके वित्तीय रिकॉर्ड, संपत्तियों और बैंक खातों की भी जांच कर रहे हैं।
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