N1Live Himachal हिमाचल प्रदेश पुलिस पदोन्नति परीक्षा बड़ी प्रणालीगत विफलताओं के बाद रद्द कर दी गई
Himachal

हिमाचल प्रदेश पुलिस पदोन्नति परीक्षा बड़ी प्रणालीगत विफलताओं के बाद रद्द कर दी गई

Himachal Pradesh Police promotion exam cancelled after major systemic failures

हिमाचल प्रदेश पुलिस की रविवार को होने वाली बी-1 पदोन्नति परीक्षा व्यापक तकनीकी गड़बड़ियों के कारण अचानक रद्द कर दी गई, जिससे कई केंद्रों पर ऑनलाइन प्रणाली ठप हो गई। परीक्षा के अचानक रद्द होने से हजारों पुलिस कांस्टेबल, जो महीनों से तैयारी कर रहे थे, निराश हो गए हैं।

यह परीक्षा 4,461 कांस्टेबलों की पदोन्नति तय करने के लिए थी और संबंधित जिला पुलिस अधीक्षकों (डीएसपी) की देखरेख में दो ऑनलाइन पालियों, सुबह और शाम, में आयोजित की जानी थी। लगभग 2,696 उम्मीदवारों को सुबह और 1,765 को शाम को परीक्षा देनी थी। हालाँकि, परीक्षा शुरू होते ही यह प्रक्रिया ठप हो गई।

जैसे ही अभ्यर्थियों ने लॉग इन किया, तकनीकी समस्याओं की ढेरों शिकायतें आने लगीं। कई परीक्षार्थियों ने बताया कि वे अपने उत्तर सबमिट नहीं कर पा रहे थे, जबकि अन्य ने दावा किया कि उनके प्रश्नपत्रों में गलत विकल्प थे या डेटा मेल नहीं खा रहा था। बार-बार खामियों को दूर करने की कोशिशों के बावजूद, समस्याएँ बनी रहीं, जिसके कारण विभाग को परीक्षा पूरी तरह से रद्द करनी पड़ी।

बाद में, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक तिवारी ने एक आधिकारिक बयान जारी कर परीक्षा रद्द होने की पुष्टि की। उन्होंने “ऑनलाइन परीक्षा के दौरान आई तकनीकी समस्याओं” को इस फैसले का कारण बताया और ज़ोर देकर कहा कि यह प्रक्रिया की निष्पक्षता, पारदर्शिता और एकरूपता बनाए रखने के लिए लिया गया है।

तिवारी ने कहा, “सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए, परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई थी। हिमाचल प्रदेश पुलिस सभी परीक्षार्थियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करती है।” उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि सभी तकनीकी कमियों का समाधान हो जाने के बाद, परीक्षा की नई तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी।

डीजीपी ने अभ्यर्थियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने जिला पुलिस कार्यालयों से जुड़े रहें तथा सत्यापित अपडेट के लिए विभाग के आधिकारिक संचार चैनलों पर नजर रखें।

इस बीच, इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया शुरू हो गई है। विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर अक्षमता और खराब योजना का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बिना पर्याप्त तकनीकी तैयारी के इतने बड़े पैमाने पर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करना सरकार की कार्यकुशलता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।”

Exit mobile version