भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान (आईआईएएस) ने हाल ही में हिंदी दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका उद्देश्य हिंदी को बढ़ावा देना और इसके महत्व पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आईआईएएस सचिव मेहर चंद नेगी ने की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और डॉ. निवेदिता द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुई।
इसके बाद, कई विद्वानों ने हिंदी की भूमिका और विकास पर अपने विचार साझा किए। डॉ मनीष मिश्रा ने “समग्र संस्कृति के संवर्धक के रूप में हिंदी” पर बात की, जबकि डॉ रेणु द्विवेदी ने “राजभाषा से संबंधित संशोधन” पर चर्चा की। प्रो. जितेंद्र राय ने “राजभाषा: राष्ट्रभाषा हिंदी” पर चर्चा की, और प्रो. ओमप्रकाश शर्मा ने “राजभाषा हिंदी का महत्व” पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में डॉ. टेक चंद द्वारा हिंदी पर एक कविता और गीत भी प्रस्तुत किया गया। नेगी के अध्यक्षीय भाषण और डॉ. मीनू अग्रवाल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समारोह का समापन हुआ। राष्ट्रगान के गायन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। समारोह में संस्थान के सभी विद्वान, अधिकारी, सहयोगी विद्वान और कर्मचारी शामिल हुए, जिन्होंने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया।