पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा की घटना को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है। शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया।
शिवसेना सांसद ने नवी मुंबई में मीडिया से बात करते हुए कहा कि यदि ममता बनर्जी के राज में हिंदू घर छोड़कर जा रहे हैं, तो इसके लिए सीएम ममता जिम्मेदार हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें मालूम पड़ जाएगा।
सीएम ममता बनर्जी द्वारा वक्फ संशोधन कानून का विरोध करने वालों के साथ बैठक पर शिवसेना सांसद ने कहा कि वक्फ कानून को हिंदू और मुसलमानों से जोड़ना गलत है। यह कानून गरीब मुसलमानों के लिए फायदेमंद है। इससे पहले वक्फ जमीन का इस्तेमाल गिने-चुने मुस्लिम नेता कर रहे थे, जो वक्फ बोर्ड में थे।
उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कर्नाटक में वक्फ की जमीनों पर कांग्रेस के नेताओं ने व्यवसाय शुरू कर दिया और होटल बना लिए हैं। वक्फ के तहत ली गई जमीनों में गरीबों के लिए कुछ नहीं किया गया है। कोई स्कूल, कॉलेज नहीं खोला गया और न अस्पताल बनाया गया। वक्फ की जमीन का उपयोग गरीब मुसलमानों के उद्धार के लिए होना है, जो वक्फ संशोधन कानून से होने वाला है।
ज्ञात हो कि हाल ही में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। हिंसा में कई लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र से कथित तौर पर कई हिंदू परिवारों ने पलायन किया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ संशोधन कानून के दौरान हुई हिंसा के लिए भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने भी सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि बंगाल की अस्मिता और हिंदू संस्कृति पर लगातार हमले हो रहे हैं और ममता सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौलानाओं से प्रस्तावित मुलाकात पर भी समिक भट्टाचार्य ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ममता दीदी के पास हिंदुओं से मिलने का समय नहीं है, जिनको बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या समेत कट्टरपंथी मुसलमानों ने नुकसान पहुंचाया है। वह ये सब 30 फीसदी मुस्लिम वोट के लिए कर रही हैं। ममता बनर्जी की राजनीति ‘विभाजन और धार्मिक ध्रुवीकरण’ पर आधारित है।
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