November 26, 2024
Haryana

हिसार: कैबरेल में बिशप के समर्थकों ने हड़ताल शुरू कर दी, छठे दिन शव लेकर अंतिम संस्कार किया गया

काबरेल निवासी राजेंद्र के परिजनों ने बताया कि 27 सितंबर की आधी रात को शराब ठेके के कारिंदों ने मारपीट कर अधमरा करके राजेंद्र को सड़क पर फेंक दिया था। रात भर वह वहां सड़क पर तड़पता रहा। राहगीरों ने उसे हिसार के नागरिक अस्पताल पहुंचाया।हिसार के गांव काबरेल के राजेंद्र हत्याकांड मामले में पांचवें दिन शुक्रवार देर रात की ग्रामीणों की पुलिस के साथ सहमति बन गई। देर रात एएसपी कुलदीप सिंह, डीएसपी सज्जन सिंह,भाजपा नेता रणधीर पनिहार धरने पर पहुंचे। एएसपी ने बताया कि पुलिस हत्या की धाराओं के तहत ही कार्रवाई कर रही है। पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग भी लगे है। जांच प्रभावित होने के कारणों से उन्हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।

एएसपी की ओर से दिए गए आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया। शनिवार को राजेंद्र का शव लेकर गांव में अंतिम संस्कार किया। ग्रामीणों ने कहा कि शोक बैठक के 13 दिन तक कोई प्रदर्शन नहीं करेंगे। इस तय समय में आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो अपना आंदोलन फिर से शुरू करेंगे। ग्रामीणों के हट जाने से हिसार-बगला रोड पर लगा जाम खुल गया।

काबरेल निवासी राजेंद्र के परिजनों ने बताया कि 27 सितंबर की आधी रात को शराब ठेके के कारिंदों ने मारपीट कर अधमरा करके राजेंद्र को सड़क पर फेंक दिया था। रात भर वह वहां सड़क पर तड़पता रहा। राहगीरों ने उसे हिसार के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। हिसार से उसे गंभीर हालत के कारण मेडिकल कॉलेज अग्रोहा रेफर कर दिया। 16 अक्तूबर को राजेंद्र की अस्पताल में मौत हो गई थी।

मृतक की पत्नी रेखा ने बताया कि उसका पति राजेंद्र आल्टो कार चलाता था। 28 सितंबर की रात को फोन करके एक व्यक्ति ने कहा कि 10 बजे आना था आया क्यों नहीं। उसके बाद उसका पति बाइक लेकर घर से चला गया। घर से जाने के बाद उसने फोन किया कि आप जागरण में चली जाना मैं आपको रात को ले आऊंगा।

राजेंद्र ने कहा कि प्रेम, विक्की राव, कालिया आरती के साथ हूं, चिंता मत करना मैं आ जाऊंगा। रेखा के अनुसार अगले दिन सुबह करीब साढ़े तीन बजे उसके पास किसी व्यक्ति का फोन आया। उसने कहा कि आपके पति को गंभीर चोट लगी है। रेखा ने बताया कि उसके पति व उसके साथ गए गांव सलेमगढ़, गांव काबरेल निवासी सतीश, विक्रम उर्फ विक्की की गांव मिगनीखेड़ा शराब ठेके पर कारिंदों से कहासुनी हुई थी। ठेका के कारिंदों ने 6-7 आदमियों को बुला लिया था। उसने बताया कि उसके पति को ठेके के कारिंदों ने ही मार पीट कर अधमरा कर रेलवे पुल न्योली कलां पर फेंक दिया था। उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई।

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